बीजिंग/माले, 26 जनवरी (भाषा) विभिन्न देशों के नेताओं ने रविवार को भारत को 76वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं और द्विपक्षीय संबंधों के मजबूत होने की उम्मीद जताई। वहीं, विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों में राष्ट्रध्वज फहराया गया और रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजे प्रवासी भारतीयों ने समारोहों में हिस्सा लिया।
मालदीव के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज्जू ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उनका देश भारत के साथ मित्रता और सहयोग के मजबूत जुड़ाव को हमेशा संजो कर रखेगा जो आपसी विश्वास, सम्मान और समझ पर आधारित है तथा ‘‘समय की कसौटी पर खरा उतरा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं चुनौतियों का समाधान करने और दोनों पड़ोसी देशों के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए काम करने को लेकर हमारी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने को प्रतिबद्ध हूं।’’
नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने अपने बधाई संदेश में कहा कि लोकतंत्र और राष्ट्रीय एकता के आदर्श हमेशा पुष्पित-पल्लवित हों और यह ‘‘दोनों देशों के बीच मित्रता को और प्रगाढ़ करे।’’
नेपाल के उपराष्ट्रपति रामसहाय यादव ने भी गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने काठमांडू में भारतीय दूतावास में आयोजित एक स्वागत समारोह में भाग लिया।
यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज, मैंने भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में काठमांडू में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह में भाग लिया।’’
नेपाल की विदेश मंत्री आर.एन. देउबा ने भी भारत के लोगों और सरकार को निरंतर प्रगति, समृद्धि और उन्नति के लिए शुभकामनाएं दीं।
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने कहा, ‘‘एकता की भावना और वह दूरदृष्टि, जिसने आपके गणतंत्र को आकार दिया है, उल्लेखनीय उपलब्धियां दिलाती रहेगी तथा विश्व को प्रेरित करती रहेगी।’’
भारतीय नेताओं को लिखे अपने-अपने पत्रों में सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन षणमुगरत्नम और प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों की सराहना की तथा दोनों देशों के बीच साझेदारी को और प्रगाढ़ करने की इच्छा जताई।
ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया, भारत के साथ मिलकर शांतिपूर्ण और स्थिर क्षेत्र बनाने के लिए काम करना जारी रखेगा।
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा ने ‘एक्स’ पर अपने बधाई संदेश में कहा कि नेपाल और भारत के बीच पुरानी दोस्ती है, जो साझा इतिहास और मूल्यों पर आधारित है।
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा, ‘‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि लोकतंत्र और संविधान के मूल्यों को भारत द्वारा महत्व देना मालदीव जैसे युवा लोकतंत्रों के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शक उदाहरण बना रहेगा।’’
इससे पहले दिन में, अमेरिका ने भारत को शुभकामनाएं देते हुए भारत-अमेरिका संबंधों के महत्व पर जोर दिया।
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा, ‘‘अमेरिका की ओर से, मैं भारत के लोगों को उनके देश के गणतंत्र दिवस पर बधाई देता हूं… हमारे दोनों देशों के लोगों के बीच स्थायी मित्रता हमारे सहयोग का आधार है और यह हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम आने वाले वर्ष में अपने सहयोग को और प्रगाढ़ करने की आशा करते हैं, जिसमें अंतरिक्ष अनुसंधान में हमारे संयुक्त प्रयासों को आगे बढ़ाना और एक स्वतंत्र, खुले और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ‘क्वाड’ के भीतर समन्वय करना शामिल है।’’
इस बीच, बीजिंग में भारतीय दूतावास परिसर में ध्वजारोहण समारोह में अधिकारी और प्रवासी भारतीय शामिल हुए।
चीन में, भारत के राजदूत प्रदीप रावत ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन के महत्वपूर्ण अंश पढ़े।
चीन में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर कुछ तस्वीरों के साथ एक पोस्ट में कहा, ‘‘राजदूत ने 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर बीजिंग में तिरंगा फहराया। उन्होंने दूतावास के अधिकारियों और बड़ी संख्या में समारोह में शामिल हुए भारतीय समुदाय के सदस्यों के समक्ष माननीय राष्ट्रपति (मुर्मू) का गणतंत्र दिवस संदेश भी पढ़ा। साथ ही, सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।’’
श्रीलंका में, नौसेना बैंड ने दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक निकटता को प्रदर्शित करते हुए भारतीय देशभक्ति गीतों की धुन बजाई।
कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस2025 का जश्न मनाते हुए। कार्यवाहक उच्चायुक्त डॉ.सत्यंजल ने आज सुबह इंडिया हाउस में तिरंगा फहराया। श्रीलंका में प्रवासी भारतीय देशभक्ति की भावना और विकसित भारत को साकार करने के संकल्प के साथ समारोह में शामिल हुए।’’
पोस्ट के अनुसार, ‘‘श्रीलंकाई नौसेना बैंड ने हमारी सांस्कृतिक निकटता का प्रदर्शन करते हुए भारतीय देशभक्ति गीतों की धुन बजाई। इंडियन कल्चरल एसोसिएशन और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद-कोलंबो के युवा छात्रों द्वारा संगीत और नृत्य के माध्यम से भारत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित किया।’’
सिंगापुर में, उच्चायुक्त शिल्पक अंबुले के साथ लगभग 2,500 भारतीय, 76वें गणतंत्र दिवस के जश्न में शामिल हुए।
अंबुले ने राष्ट्रपति मुर्मू का संदेश पढ़ा, जिसमें प्रवासी भारतीयों को देश की प्रगति के बारे में जानकारी दी गई।
इजराइल में भारत के दूतावास प्रभारी राजीव बोडवाडे ने गणतंत्र दिवस मनाने के लिए देश भर से एकत्रित हुए लगभग दो सौ भारतीयों की उपस्थिति में राष्ट्रध्वज फहराया।
उन्होंने राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन पढ़ा और फिर सभा को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर बात की।
बोडवाडे ने कहा, ‘‘हम युद्धविराम समझौते का स्वागत करते हैं। हमारा मानना है कि यह आशा और शांति से भरे साल की शुरूआत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें गाजा में मानवीय सहायता निरंतर उपलब्ध कराये जाने की उम्मीद है।’’ उन्होंने ‘‘बातचीत और कूटनीति के माध्यम से सभी बंधकों की रिहाई सहित संघर्ष के शीघ्र और शांतिपूर्ण समाधान’’ पर जोर दिया।
दूतावास प्रभारी ने निर्माण क्षेत्र में काम करने के लिए 13,000 से अधिक भारतीयों के इजराइल आगमन का भी उल्लेख किया, जिनमें से लगभग आधे नवंबर 2023 में हस्ताक्षरित भारत-इजराइल फ्रेमवर्क के माध्यम से आए।
जापान में, राजदूत सिबी जॉर्ज ने समारोह में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज फहराया। जॉर्ज ने तिरंगा फहराया और राष्ट्रपति मुर्मू का राष्ट्र के नाम संबोधन पढ़ा।
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में परंपरागत ध्वजारोहण समारोह के साथ राष्ट्रगान गाया गया।
ब्रिटेन में नियुक्त भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी ने तिरंगे से सजे ‘इंडिया हाउस’ के प्रांगण में बड़ी संख्या में उपस्थित प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया और राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा शनिवार रात राष्ट्र के नाम दिए संबोधन के मुख्य अंश पढ़े।
फिलीपीन में, भारत के राजदूत हर्ष के. जैन ने इंडिया हाउस में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन पढ़ा।
इंडोनेशिया में भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों द्वारा गणतंत्र दिवस देशभक्ति के जोश के साथ मनाया गया।
जकार्ता स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘यहां तिरंगा फहराया गया, उसके बाद राष्ट्रगान गाया गया और माननीय राष्ट्रपति (मुर्मू) का राष्ट्र के नाम संबोधन पढ़ा गया। जीवंत सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने देशभक्ति के जोश को और बढ़ा दिया।’’
भाषा सुभाष शोभना
शोभना
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)