भारतीय दूत ने राजपक्षे से मुलाकात की, द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के तरीकों पर की चर्चा |

भारतीय दूत ने राजपक्षे से मुलाकात की, द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के तरीकों पर की चर्चा

भारतीय दूत ने राजपक्षे से मुलाकात की, द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के तरीकों पर की चर्चा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:47 PM IST, Published Date : September 30, 2021/1:52 pm IST

कोलंबो, 30 सितंबर (भाषा) श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने देश के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से मुलाकात की और आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के तरीकों पर उनके साथ चर्चा की।

यह मुलाकात श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में राजपक्षे के आधिकारिक आवास ‘टेम्पल ट्रीज’ में मंगलवार को हुई। बागले ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से मुलाकात करना और आपसी हित के कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध विकसित करने के लिए उनका मार्गदर्शन लेना मेरे लिए सम्मान की बात है।’’

राजपक्षे ने कहा कि बागले से मुलाकात करके खुशी हुई। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हमने उन क्षेत्रों पर बात की, जिनमें दोनों देश मिलकर काम कर सकते हैं और जिनसे दोनों को लाभ हो सकता है।’’

इससे कुछ ही दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र के इतर अपने श्रीलंकाई समकक्ष जी एल पेइरिस से न्यूयॉर्क में मुलाकात की थी।

जयशंकर ने न्यूयार्क में पेइरिस के साथ मुलाकात के दौरान संकेत दिया कि जातीय मुद्दों के बाद बच गए शेष मुद्दों के निष्पक्ष और न्यायपूर्ण हल की आवश्यकता दोनों देशों के हित में है। पेइरिस ने जयशंकर से कहा था कि उनका देश लिट्टे कैदियों की रिहाई और एक विवादास्पद आतंकवाद विरोधी कानून पर पुनर्विचार करने सहित जातीय युद्ध के बाद के विभिन्न मुद्दों के हल के लिए काम कर रहा है।

लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) ने एक अलग तमिल मातृभूमि बनाने के लिए श्रीलंका सरकार के साथ युद्ध छेड़ा था और 2009 में सरकारी बलों की कार्रवाई में लिट्टे प्रमुख वी प्रभाकरन की मौत के बाद वह संघर्ष समाप्त हुआ।

भाषा सिम्मी मनीषा

मनीषा

 

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