भारत व अमेरिका अंतरिक्ष में सहयोग बढ़ाएंगे, आईएसएस में भारतीय यात्री को मिलेगा प्रशिक्षण |

भारत व अमेरिका अंतरिक्ष में सहयोग बढ़ाएंगे, आईएसएस में भारतीय यात्री को मिलेगा प्रशिक्षण

भारत व अमेरिका अंतरिक्ष में सहयोग बढ़ाएंगे, आईएसएस में भारतीय यात्री को मिलेगा प्रशिक्षण

:   Modified Date:  June 20, 2024 / 06:48 PM IST, Published Date : June 20, 2024/6:48 pm IST

वाशिंगटन, 20 जून (भाषा) नासा प्रशासक बिल नेल्सन ने कहा है कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी भारत के साथ सहयोग बढ़ाएगी तथा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर संयुक्त प्रयास करेगी जिसमें एक भारतीय यात्री को भी शामिल किया जाएगा।

नेल्सन का बयान अमेरिका और भारत द्वारा एक तथ्यपत्र जारी किये जाने के बाद आया है। इस तथ्यपत्र में कहा गया है कि दोनों देश अमेरिका में इसरो के अंतरिक्षयात्रियों के लिए आधुनिक प्रशिक्षण शुरू करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

यह तथ्यपत्र जारी किये जाने से पहले सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और (भारतीय) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बीच ‘आईसीईटी (महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी पर भारत-अमेरिका की पहल)’ वार्ता हुई थी।

नेल्सन ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘पिछले साल की मेरी भारत यात्रा के बाद आगे बढ़ते हुए नासा मानवता के फायदे के लिए महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकी पर अमेरिका एवं भारत की पहल को बढ़ाती रहेगी। साथ मिलकर हम अंतरिक्ष में दोनों देशों के सहयोग का विस्तार कर रहे हैं तथा अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर संयुक्त प्रयास में इसरो के एक अंतरिक्ष यात्री को शामिल करेंगे।’’

नेल्सन ने कहा, ‘‘इस मिशन की बारीकियां अभी तय की जा रही हैं लेकिन इन प्रयासों से भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा में मदद मिलेगी तथा यहां धरती पर जीवन में सुधार आयेगा।’’

सुलिवन और डोभाल ने सोमवार को नयी दिल्ली में कहा कि अंतरिक्ष में परस्पर सहयोग को गहरा बनाने के लिए उन्होंने रणनीतिक मानव अंतरिक्ष उड़ान सहयोग रूपरेखा तय कर ली है और वे ‘नासा जॉनसन स्पेश सेंटर’ में इसरो अंतरिक्षयात्रियों का प्रशिक्षण शुरू करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अंतरिक्ष यात्रियों के पहले संयुक्त प्रयास के वास्ते एक कैरियर (वाहक -यान) के विषय पर विचारों का आदान-प्रदान किया जो भारत-अमेरिका अंतरिक्ष साझेदारी एवं अंतरिक्ष अन्वेषण में मील का पत्थर होगा।

तीसरे कार्यकाल के लिए मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद बाइडन प्रशासन के किसी वरिष्ठ अधिकारी की पहली भारत यात्रा के तहत सुलिवन ने 17 से 18 जून तक दिल्ली की यात्रा की।

भाषा

राजकुमार अविनाश

अविनाश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)