(बरुण झा)
दावोस, 24 जनवरी (भाषा) जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक के दौरान वैश्विक नेताओं से कहा कि भारत जल संरक्षण प्रयासों पर अन्य देशों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार है।
पाटिल ने शुक्रवार को समाप्त हुए पांच दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान यहां एक चर्चा में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के सतत जल प्रबंधन तौर-तरीकों को भी सूचीबद्ध किया।
उन्होंने बैठक में उपस्थित वैश्विक नेताओं से कहा कि भारत विश्व समुदाय के लाभ के लिए उन्हें (सतत जल प्रबंधन तौर-तरीके) साझा करने को तैयार है।
पाटिल ने कहा, “भारत संभावित जल प्रबंधन मुद्दों पर सहयोग के लिए तैयार है।”
उन्होंने इसके साथ ही दुनिया से जल संरक्षण प्रयासों में शामिल होने का आह्वान किया और उन चुनौतियों पर प्रकाश डाला जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
मंत्री ने सभी देशों से न्यायसंगत जल प्रबंधन के लिए आगे आने का भी आग्रह किया।
उन्होंने वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने और जल-सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने के लिए परिवर्तनकारी चर्चाएं शुरू करने की भारत की प्रतिबद्धता व तत्परता को दोहराया।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से लेते हैं। जल संरक्षण, जल सुरक्षा और सभी के लिए जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। एक समय था जब गुजरात के कई इलाकों में भीषण जल संकट था लेकिन उनके नेतृत्व में उठाए गए दूरदर्शी कदमों ने पूरे क्षेत्र में जल सुरक्षा और स्थिरता ला दी है।”
विश्व आर्थिक मंच में भाग लेने वाले पहले भारतीय जल संसाधन मंत्री पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हर जिले में कम से कम 75 अमृत झीलों का लक्ष्य रखा था जबकि आज 60,000 से अधिक झीलें बनाई या पुनर्जीवित की जा चुकी हैं, जो जल संसाधन और प्रबंधन प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं।
भाषा जितेंद्र अविनाश
अविनाश
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)