(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 12 अक्टूबर (भाषा) पाकिस्तान सरकार ने शनिवार को चेतावनी दी कि यदि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान इस्लामाबाद में विरोध-प्रदर्शन किया, तो बल प्रयोग किया जाएगा।
पार्टी के प्रवक्ता जुल्फिकार बुखारी ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी की राजनीतिक समिति ने अपनी मांगें नहीं मानने पर मंगलवार को राजधानी के डी-चौक पर विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया है। पार्टी की मांगों में 72 वर्षीय इमरान खान को उनकी कानूनी टीम और एक चिकित्सक तक पहुंच देने समेत अन्य मांगें शामिल हैं।
पिछले सप्ताहांत पार्टी द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद सुरक्षा कारणों से अधिकारियों ने रावलपिंडी की अडियाला जेल में बंद खान के साथ सभी मुलाकातें रोक दी थीं।
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी कि एससीओ शिखर सम्मेलन के अवसर पर पीटीआई के नियोजित विरोध-प्रदर्शन को रोकने के लिए सरकार ‘‘पूरी ताकत’’ का इस्तेमाल करेगी।
सियालकोट में मीडिया से बात करते हुए आसिफ ने कहा, ‘‘15 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन का आह्वान देश की अखंडता पर हमला है। हम किसी को भी देश के सम्मान और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं देंगे। इस्लामाबाद के खिलाफ कदमों को रोकने के लिए देश अपनी पूरी शक्ति और संसाधनों का उपयोग करेगा।’’
मंत्री ने अदालतों से भी मामले में हस्तक्षेप करने और मामले पर ध्यान देने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या अदालतें नहीं देखतीं कि पीटीआई संस्थापक देश की अखंडता के साथ क्या कर रहे हैं? न्यायपालिका की आज की कार्रवाई इतिहास लिखे जाने पर उनकी भूमिका निर्धारित करेगी।’’
एससीओ शिखर सम्मेलन 15 और 16 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा और इसमें रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल एम., चीन के प्रधानमंत्री ली क्वींग, ईरान के उपराष्ट्रपति रेजा आरिफ, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और सदस्य देशों के कई अन्य नेताओं के भाग लेने की उम्मीद है।
भाषा
शफीक धीरज
धीरज
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