पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान का देश के नाम पहला संबोधन, मोदी की कही बातें आई नजर | Imran Khan Speech :

पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान का देश के नाम पहला संबोधन, मोदी की कही बातें आई नजर

पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान का देश के नाम पहला संबोधन, मोदी की कही बातें आई नजर

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Modified Date: November 29, 2022 / 07:52 PM IST
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Published Date: August 20, 2018 8:51 am IST

इस्लामाबाद। पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान के उनके अपने राष्ट्र के नाम पहले भाषण में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कही हुई बातों की झलक नजर आई। इमरान खान के भाषण में करीब-करीब वही मुद्दे शामिल थे, जिन्हें अक्सर भारतीय प्रधानमंत्री मोदी कहते नजर आते हैं। इमरान के भाषण में स्वच्छता, शिक्षा, काला धन, भ्रष्टाचार, पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध जैसे कई मुद्दे शामिल थे।

इमरान अपने भाषण में स्वच्छता को धर्म से जोड़ते हुए कहा कि पूरे पाकिस्तान में स्वच्छता अभियान की शुरुआत की जाएगी। ताकि पाकिस्तान स्वच्छता और सुंदरता के मामले में यूरोपीय देशों का मुकाबला कर सके। इमरान ने कहा कि 50 लाख से कम बजट के घर बनाए जाएंगे, ताकि सबके सिर पर छत हो। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ये शर्म की बात है पीएम के बंगले में 524 कर्मचारी, 80 गाड़ियां और 33 बुलेट प्रूफ गाड़ियां है। इसके अलावा हेलिकॉप्टर और विमान भी हैं। वहीं, मुख्यमंत्री, गवर्नर, कमिश्नर के बड़े-बड़े बंगले हैं, जबकि आजादी के बाद देश की बड़ी आबादी के सिर पर अभी भी छत नहीं है

इमरान खान ने अपने भाषण ये भी कहा कि, ‘मैंने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते सुधारने के लिए बात की है। जरूरत शांति की है, इसके बिना हम पाकिस्तान की स्थिति नहीं सुधार सकते। इमरान खान ने कहा कि यदि पाकिस्तान की दिशा नहीं बदली तो उसका विनाश तय है।

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इमरान खान ने बताया कि पाकिस्तान का गृह मंत्रालय उन्होंने अपने पास इसलिए रखा है, क्योंकि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ने जा रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने देश की जनता का साथ मांगा है। उन्होंने देश के आर्थिक हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी देश में पैसा भेजें, यहां के बैकों में रखे, जिससे देश को डॉलर की कमी से निजात दिलाने में मदद मिले। खान ने कहा कि उनका सपना पाकिस्तान को इस्लामिक कल्याणकारी राज्य बनाने का है।

खान ने सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार करने का वादा किया और कहा कि उनकी सरकार मदरसों को नहीं भूलेगी। खान ने कहा, ‘हम मदरसों में भी शिक्षा के मानक को बढ़ाएंगे।खान ने कहा, ‘सरकारी स्कूल बदहाल स्थिति में हैं। मुझे पता है कि वेतनभोगी व्यक्तियों द्वारा उनके बच्चों को सभ्य शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़े बलिदान करने पड़ते हैं। उन्हें कभी-कभी दो नौकरियां भी करनी पड़ती हैं। इसलिए, हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारे सरकारी स्कूल पर्याप्त हों, कि हर कोई अपने बच्चों को यहां भेज सके। यह एक आपात स्थिति है

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इमरान खान ने यह भी कहा कि उनकी सरकार बाल शोषण के मामलों पर सख्त कार्रवाई करेगी और कहा कि ऐसे मामलों के खिलाफ कार्य करने के लिए मानवाधिकार मंत्रालय का गठन किया गया है। खान ने सरकारी अस्पतालों के मानक में सुधार और देश में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में सुधार करने की भी बात की। उन्होंने कहा, ‘हमें पूरे पाकिस्तान में स्वास्थ्य कार्ड पेश करने की भी आवश्यकता है। स्वास्थ्य देखभाल आपात स्थिति के मामले में हमने ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के हर घर में 550,000 रुपये दिए हैं। हमें इसे पूरे पाकिस्तान में देना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून हर कीमत पर सर्वोच्च रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें मुख्य न्यायाधीश से मिलना है और लंबित मामलों को हल करने से संबंधित मुद्दों को ठीक करना है। नागरिक मामलों को एक वर्ष से आगे नहीं बढ़ना चाहिए। हम इसके लिए एक प्रणाली लाएंगे

 

वेब डेस्क, IBC24