ढाका: Ashleel Hai Hindu Dharm Ke Sabhi Granth रामचरितमानस, मनुस्मृति पर बिहार के शिक्षा मंत्री ने गंभीर सवाल उठाए हैं, जिसके बाद से देशभर के सियासी गलियारों में बवाल मचा हुआ है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि मनुस्मृति और रामचरितमानस ऐसी पुस्तकें हैं जो समाज में नफरत फैलाती हैं क्योंकि यह समाज में दलितों-पिछड़ों और महिलाओं को शिक्षा प्राप्त करने से रोकती हैं। चंद्रशेखर ने कहा, “मनुस्मृति, रामचरितमानस, गुरु गोलवलकर की बंच ऑफ थॉट्स… ये किताबें ऐसी किताबें हैं जो नफरत फैलाती हैं। नफरत से देश महान नहीं बनेगा, प्यार से देश महान बनेगा।”
Ashleel Hai Hindu Dharm Ke Sabhi Granth वहीं, दूसरी ओर अब बांग्लादेश गोनो अधिकार परिषद का संयुक्त संयोजक और नुरुल हक नूर का शीर्ष सहयोगी तारिक रहमान ने हिंदू धर्म के ग्रंथों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। तारिक रहमान ने कहा है कि “हिंदू धर्म के ग्रंथ कोई नैतिक शिक्षा नहीं देते हैं – सभी धार्मिक ग्रंथ अश्लील स्क्रिप्ट हैं। तारिक़ ने हिंदुओं के प्रति जगर उगलते हुए कहा कि हिंदू धर्म के ग्रंथ कोई नैतिक शिक्षा नहीं देते हैं और अश्लील ग्रंथ हैं।
बता दें कि तारिक रहमान का ये बयान ऐसे समय पर आया है, जब बांग्लादेश में आगामी दिनों में चुनाव होना है। ज्ञात हो कि एक रिपोर्ट में तारिक ने कहा था कि ‘हां, मैं मोसाद सहित विदेशी खुफिया एजेंसियों के साथ एक साजिश में शामिल हूं। सरकार को हटाने की मेरी बोली में, मैंने इस सरकार को हटाने की साजिश रचने के लिए मोसाद एजेंट मेंडी एन सफदी के साथ बैठक की।”