Underworld Don Dawood Detailed News: नई दिल्ली। न जानें कौन सी वह अदृश्य शक्ति जो कि भारत के दुश्मनों ठिकानें लगा रही हैं। हम यह बात इसलिए कर रहें है कि भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के कराची के अस्पताल में भर्ती होने की खबर है। दावा यह तक किया जा रहा है कि उसे जान से मारने के लिए जहर दिया गया है। दाऊद दुनिया के कई देशों की पुलिस की हिटलिस्ट में है। दाऊद के अफेयर के भी काफी किस्से सामने आए, उसने पाकिस्तान की पठान महिला से दूसरा निकाह किया है। हालांकि, दाऊद के परिवार को कम ही लोग जानते हैं। इस लेख में हम आपको दाऊद के बारे में बहुत कुछ बताने जा रहे हैं।
ताजा जानकारी के अनुसार भारत का एक और दुश्मन गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में मौत के कगार पर पहुंच गया है। दाऊद कराची के अस्पताल में भर्ती है, कहा जा रहा है कि उसे जहर दिया गया है। जैसा कि मालुम है कि दाऊद पिछले 30 साल से पाकिस्तान में छिपकर बैठा है। वह कराची से ही दुनियाभर में अपना गैरकानूनी कारोबार संचालित कर रहा है। भारतीय जांच एजेंसियों ने दाऊद के कॉल डिटेल्स तक निकाल लिए हैं। अमेरिका ने भी उसे आतंकी घोषित कर रखा है।
गौरतलब है कि भारत का दुश्मन नंबर वन दाऊद इब्राहिम (67 साल) 1993 के मुंबई बम हमले का आरोपी है। मुंबई ब्लास्ट के बाद दाऊद भारत से भाग गया था। यही डी कंपनी का सरगना है। भारत की खुफिया एजेंसियां दाऊद के ठिकाने के साथ-साथ उसकी आवाज तक हासिल कर चुकी हैं। खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान में उसके उन ठिकानों तक भी पहुंचीं, जिन्हें वो अब तक दुनिया भर से छिपाता रहा है। दाऊद की आवाज के आधार पर भारत की एजेंसियां इस नतीजे पर पहुंच चुकी हैं कि दाऊद कराची में ही है और वहीं से अपना गैरकानूनी कारोबार संचालित कर रहा है।
पाकिस्तान में दाऊद का परमानेंट ठिकाना कराची के क्लिफ्टन रोड पर स्थित व्हाइट हाउस बंगला हैं। यहीं वो अपने पूरे परिवार के साथ रहता है। दूसरा ठिकाना कराची में ही डिफेंस हाउसिंग कॉलोनी में बंगला नंबर-37 है। हालिया खुलासे के मुताबिक दाऊद इब्राहिम अब करांची के डिफेंस एरिया में अब्दुल्ला गाजी बाबा दरगाह के पीछे रहीम फाकी के पास रहता है। जिस गली में उसका बंगला है, वह कराची का नो-ट्राइपास जोन है और उस पर पाकिस्तानी रेंजर्स का कड़ा पहरा रहता है। दाऊद को आईएसआई का संरक्षण मिल रहा है। भारत सरकार के अनुसार दाऊद से जुड़े तमाम सबूत पाकिस्तान सरकार को दिए जा चुके हैं, लेकिन पाकिस्तान सरकार ना सिर्फ लगातार इन सबूतों को झूठ बता रही बल्कि वहां की सरकार कह रही है कि दाऊद पाकिस्तान में है ही नहीं। हालांकि, बाद में पाकिस्तान ने खुद कुबूला कि दाऊद हमारे यहां हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर पूरी दुनिया को गुमराह करता रहा है।
दाऊद को लेकर भारत के डोजियर में NSA लेवल की बातचीत है, इसी डोजियर को पाकिस्तान को सौंपा गया है। डोजियर में दाऊद के पाकिस्तान में होने के तमाम सबूत हैं, इसमें दाऊद के 9 ठिकानों का जिक्र है। ये सभी ठिकाने पाकिस्तान के हैं। इनमें से ज्यादातर पते कराची के हैं। यहां तक कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में भी दाऊद के ठिकाने हैं।
मिली जानकारी के अनुसार दाऊद इब्राहिम ने एक पाकिस्तानी पठान लड़की से दूसरा निकाह किया है। दाऊद की पहली बीवी जुबीना जरीन उर्फ मेहजबीन ने भी दावों की पुष्टि की थी। दाऊद की पहली बीवी महजबीन ही हर अहम मौके पर भारत में बैठे रिश्तेदारों के संपर्क में वॉट्सप्प कॉल के जरिए जुड़ी रहती है। मेहजबीन मुंबई की रहने वाली है। महजबीन का तलाक नहीं हुआ है। हालाकि दाऊद ने महजबीन की सहमति से ही दूसरा निकाह किया है, ऐसी भी खबरें हैं।
मोस्ट वॉन्टेड अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म दिसंबर 1955 में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में हुआ था। उसके पिता इब्राहिम कासकर पुलिस कांस्टेबल थे। बाद में दाऊद इब्राहिम का परिवार मुंबई के डोंगरी इलाके में बस गया था। 70 के दशक में दाऊद का नाम मुंबई के अंडरवर्ल्ड में तेजी से उभरने लगा था। पहले वो हाजी मस्तान गैंग में काम करता था। यही से उसका प्रभाव बढ़ना शुरू हुआ। उसके गैंग को लोग डी-कंपनी कहने लगे थे। जिसका मुखिया माना जाता था। 90 के दशक में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड भी वही था। धमाकों को अंजाम देने के बाद वो भारत छोड़कर दुबई भाग गया था। उसके बाद उसने पाकिस्तान में अपना ठिकाना बनाया।
दाऊद इब्राहिम 1993 मुंबई बम विस्फोटों के अलावा 26/11 के आतंकवादी हमलों को अंजाम देने, प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन अल कायदा के ओसामा बिन लादेन और अयमान अल-जवाहिरी के साथ करीबी संबंध रखने, 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले और आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग घोटाले समेत अन्य मामलों में भी आरोपी है। दाऊद को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आईएस और अल-कायदा प्रतिबंध समिति ने वैश्विक आतंकवादी घोषित किया है।
दाऊद के खिलाफ भारत में आतंकी हमला, मर्डर, अपहरण, सुपारी हत्या, संगठित अपराध, ड्रग्स, हथियारों की तस्करी जैसे कई मामले दर्ज हैं। साल 2003 में उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया था। साल 2011 में एफबीआई और फोर्ब्स की एक लिस्ट में उसे दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड भगोड़ा अपराधी बताया गया।
दाऊद के पास 14 पासपोर्ट हैं। दस्तावेजों से पता चलता है कि दाऊद अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ कराची में रहता है और वो बार-बार दुबई आता जाता रहता है। खुफिया एजेंसियों को दाऊद इब्राहिम की पत्नी जुबीना जरीन उर्फ मेहजबीन के नाम का एक टेलीफोन बिल और दाऊद के कई पासपोर्ट भी मिले हैं।
दाऊद और मेहजबीन के चार बच्चे हुए हैं। इनमें तीन बेटियां महरुख इब्राहिम, माहरीन इब्राहिम, मारिया इब्राहिम हैं। एक बेटा मोइन इब्राहिम नवाज है। दाऊद की बड़ी बेटी महरुख इब्राहिम का निकाह पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से साल 2014 में हुआ था। दाऊद की दूसरी बेटी माहरीन का निकाह भी पाकिस्तान मूल के ही अमेरिकी बिजनेसमैन अयूब से हुआ। सबसे छोटी बेटी मारिया का साल 1998 में निधन हो गया था। बेटे ने सोनिया नाम की लड़की से निकाह कर लिया था। दाऊद के पांच भाई-बहन हैं। इनमें हसीना पारकर, सईदा पारकर, फरजाना तुंगेकर और मुमताज शेख शामिल हैं।
मुंबई ब्लास्ट के बाद दो भाई अनीस इब्राहिम और नूरा इब्राहिम दाऊद के साथ दुबई भाग गए थे। साल 2007 में नूरा की करांची बम ब्लास्ट में मौत हो गई थी। दूसरा भाई अनीस दाऊद के साथ रहता है। तीसरा भाई इकबाल परिवार के साथ मुंबई में ही रहता है। दो बहनें हसीना पार्कर और सईदा मुंबई में रहती थीं, हालांकि, अब दोनों की मौत हो गई है। फरजाना तुंगेकर का भी निधन हो गया है। मीडिया रिपोर्टस में कहा जाता है कि दाऊद की पत्नी महजबीन अपने देवर अनीस के साथ मिलकर काला कारोबार संचालित कर रही है।
संयुक्त राष्ट्र की सूची में दाऊद इब्राहिम के 15 उपनाम शामिल हैं- इनमें दाऊद इब्राहिम, शेख दाऊद हसन, अब्दुल हामिद अब्दुल अजीज, अनीस इब्राहिम, अजीज दिलीप, दाऊद हसन शेख इब्राहिम कासकर, दाऊद इब्राहिम मेमन कासकर, दाऊद हसन इब्राहिम कासकर, दाऊद इब्राहिम मेमन, दाऊद साबरी, कासकर दाऊद हसन, शेख मोहम्मद इस्माइल अब्दुल रहमान, दाऊद हसन शेख इब्राहिम, शेख इस्माइल अब्दुल और हिजरत।
एस. हुसैन जैदी की किताब ‘डोंगरी से दुबई तक’ में भी दाऊद के अलग-अलग नामों के होने का दावा किया गया है। शुरुआती दौर में उसे ‘मुच्छड़’ के नाम से जाना जाता था। इसकी वजह उसकी मोटी और घनी मूछें थी, लेकिन भारत से भागने के बाद वह लगातार अपना नाम और पहचान बदलता रहा। कहा जाता है कि हुलिया बदलने के लिए उसने कई बार अपने चेहरे की सर्जरी भी कराई। पाकिस्तान में बसा तो नाम भी बदल लिया। उसके छद्म नामों से एक शेख दाऊद हसन भी है। यह नाम पाकिस्तान में उसकी पहचान है। इसके अलावा कुछ लोग उसे डेविड या भाई भी कहकर बुलाते हैं।
भारत में मौजूद लोगों को जब वह फोन करता है तो हाजी साहब या फिर अमीर साहब के नाम से पहचान कराई जाती है। पाकिस्तान में उसके ठिकानों की हर एक हकीकत भारत के सामने आ चुकी है। भारत सरकार ने पाकिस्तान को जो डोजियर सौंपा है, उसमें उसके तमाम ठिकानों का जिक्र है।
वहीं दाऊद के कारोबार की बात करें तो यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण एशिया में फैले एक दर्जन से ज्यादा देशों में है। अकेले ब्रिटेन में उसके पास 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति है। उसने विभिन्न देशों में 50 से अधिक संपत्तियों में निवेश किया है। दाऊद का कारोबार भारत, पाकिस्तान, ब्रिटेन, जर्मनी, तुर्की, फ्रांस, स्पेन, मोरक्को, साइप्रस, यूएई, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया और सिंगापुर तक फैला हुआ है।
सरकार की कड़ी निगरानी के बावजूद दाऊद की भारत में अवैध कारोबार से होने वाली कमाई पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। कुछ रिपोर्टों से पता चलता है कि उसकी कमाई का 40 प्रतिशत तक हिस्सा अभी भी भारत से आता है। भारत में उसका मुख्य व्यवसाय नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) जारी करना है। हालांकि कहा जा रहा है कि मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी से उसके कारोबार को काफी नुकसान पहुंचा है।
दाऊद का दक्षिण अफ्रीका में हीरों का अवैध कारोबार है। दक्षिण अफ्रीका से खनन किए गए अधिकांश हीरे काटने और चमकाने के लिए भारत आते हैं कहा जाता है कि उसके करीबी सहयोगी छोटा शकील ने अपना दुबई से कारोबार समेट लिया है।
समझा जाता है कि छोटा शकील भारत में दाऊद का अपराध सिंडिकेट भी चला रहा है। माना जाता है कि छोटा शकील ही वो शख्स है, जो भारत में इस काम के लिए कॉन्ट्रैक्ट किलर की भर्ती करता है। छोटा शकील को दाऊद का एक और भरोसेमंद सहयोगी मदद करता है। उसे दक्षिण अफ्रीका में रहमत के नाम से पहचाना जाता है। फोर्ब्स ने 2015 में दाऊद की कुल संपत्ति 6.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान लगाया था। फोर्ब्स के मुताबिक, दाऊद इब्राहिम अब तक के सबसे अमीर गैंगस्टरों में से एक है।
बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड का रिश्ता काफी पुराना और गहरा है। रुपहले पर्दे पर अंडरवर्ल्ड के हर किरदार को बड़ी शिद्दत से निभाया गया है। लोगों के बीच इनकी कहानियां लोकप्रिय होने की वजह से ऐसी फिल्मों को दर्शकों ने भी काफी सराहा है। जुर्म की दुनिया के इन रीयल किरदारों दाऊद इब्राहिम, अबू सलेम, छोटा शकील, छोटा राजन, माया डोलस और माण्या सुर्वे को रील पर बखूबी दिखाया गया है।
अंडरवर्ल्ड की दुनिया पर बनने वाली फिल्मों में ‘ब्लैक फ्राइडे’ (9 फरवरी, 2007), ‘शूटआउट एट वडाला’ (1 मई, 2013), ‘कंपनी’ (15 अप्रैल, 2002), ‘डी’ (3 जून, 2005), ‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई’ (30 जुलाई, 2010), ‘वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई अगेन’ (15 अगस्त, 2013), ‘शूटआउट एट लोखंडवाला’ (25 मई, 2007), ‘डी डे’ (19 जुलाई, 2013) आदि का नाम प्रमुख है।
read more: देश अब ‘गुलामी की मानसिकता से मुक्ति’ और अपनी ‘विरासत पर गर्व’ की घोषणा कर रहा है: प्रधानमंत्री मोदी
PAK vs ZIM 1st ODI: बारिश ने कराई पाकिस्तान की…
6 hours ago