खान यूनिस (गाजा पट्टी), 30 जनवरी (एपी) गाजा पट्टी में संघर्ष-विराम समझौते के तहत चरमपंथी समूह हमास ने इजराइल पर हमले के दौरान बंधक बनाए गए आठ और लोगों को बृहस्पतिवार को रिहा कर दिया।
वहीं, इजराइल ने भी बंधकों की रिहाई के बदले शाम से 110 फलस्तीनी कैदियों को रिहा करना शुरू कर दिया है, जिनमें इजराइलियों पर घातक हमलों के जुर्म में उम्रकैद की सजा काट रहे 30 कैदी शामिल हैं।
रिहा किए गए कई कैदियों में 30 ऐसे हैं जो इजराइलियों के खिलाफ घातक हमलों के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। कुछ को कब्जे वाले पश्चिमी तट पर लौटने की अनुमति दी गई है, जबकि अधिक गंभीर अपराधों के लिए दोषी ठहराए गए लोगों को निर्वासन से पहले मिस्र स्थानांतरित किया जा रहा है।
यह 19 फरवरी से प्रभावी संघर्ष-विराम समझौते के तहत दोनों पक्षों के बीच बंधकों-कैदियों की तीसरी अदला-बदली है।
हालांकि, शुरुआत में इजराइली बंधकों को रेड क्रॉस के हवाले किए जाने के दौरान दिखे अराजक दृश्यों को लेकर तेल अवीव ने कड़ा विरोध जताया था और 110 फलस्तीनी कैदियों की रिहाई पर रोक लगाने की घोषणा की थी।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया था कि हमास जब तक बंधकों की “सुरक्षित रिहाई” का आश्वासन नहीं देता, तब तक फलस्तीनी कैदियों को आजाद नहीं किया जाएगा।
बाद में नेतन्याहू ने कहा था कि मध्यस्थों ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि गाजा पट्टी से बंधकों की “सुरक्षित निकासी” सुनिश्चित की जाएगी। हालांकि, उन्होंने फलस्तीनी कैदियों की संभावित रिहाई के बारे में कुछ नहीं कहा था। इस बीच, इजराइली मीडिया ने खबर दी कि फलस्तीनी कैदियों को रिहा किया जाएगा।
बृहस्पतिवार रात फलस्तीनी कैदियों को लेकर बसों का काफिला पश्चिम बैंक की ओफर जेल से निकला। इस दौरान, कुछ फलस्तीनी किशोरों ने जेल परिसर के बाहर पत्थरबाजी की और इजराइली बलों को उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
फलस्तीनी रेड क्रिसेंट के मुताबिक, ओफर जेल के बाहर टकराव के दौरान तीन फलस्तीनी घायल हो गए। उसने बताया कि इजराइली बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए गोलीबारी और स्टन ग्रेनेड का सहारा लिया।
बहरहाल, बसें इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक के रामल्ला शहर के पास बेइतुना की तरफ बढ़ीं, जहां फलस्तीनी कैदियों के रिश्तेदार उनका इंतजार कर रहे थे।
हमास ने बृहस्पतिवार सुबह इजराइल की महिला सैनिक अगम बर्जर (20) को उत्तरी गाजा के जबालिया शरणार्थी शिविर में भीड़ के सामने परेड कराने के बाद रेड क्रॉस को सौंप दिया। इजराइल सरकार ने बाद में पुष्टि की कि बर्जर उसके बलों के पास पहुंच गई हैं।
बर्जर इजराइल की उन पांच महिला सैनिकों में शामिल थीं, जिन्हें हमास ने इजराइल में सात अक्टूबर 2023 को किए गए भीषण हमले के दौरान अगवा कर लिया था। चरमपंथी समूह ने चार अन्य महिला सैनिकों को शनिवार को रिहा कर दिया था।
बर्जर के बाद हमास ने बृहस्पतिवार दोपहर सात अन्य बंधकों को रेड क्रॉस के हवाले कर दिया, जिनमें दो इजराइली और पांच थाई नागरिक शामिल थे। इजराइली सेना ने बाद में पुष्टि की कि रेड क्रॉस ने सातों बंधकों को गाजा पट्टी में उसके बलों को सौंप दिया है।
हालांकि, दक्षिणी गाजा के खान यूनिस शहर में मारे गए हमास नेता याह्या सिनवार के नष्ट हुए घर के सामने इन सात बंधकों को रेड क्रॉस के हवाले किए जाने के दौरान बेहद अराजक दृश्य देखने को मिला। मौके पर हजारों की संख्या में जुटे फलस्तीनियों ने बंधकों को घेर लिया और उनके खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाए। इस दौरान, हथियारबंद हमास चरमपंथियों को बंधकों को रेड क्रॉस के वाहनों की तरफ ले जाते समय भीड़ में शामिल लोगों को पीछे धकेलते देखा गया।
अराजकता के कारण बंधकों को रेड क्रॉस के हवाले करने और गाजा से उनकी निकासी की प्रक्रिया में देरी हुई। बाद में रेड क्रॉस ने बंधकों को गाजा पट्टी में इजराइली बलों के पास पहुंचा दिया।
नेतन्याहू ने बंधकों की रिहाई के दौरान दिखे “चौंकाने वाले” दृश्यों की आलोचना की और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों से यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं।
इजराइली सेना ने बताया कि हमास ने बृहस्पतिवार को जिन आठ बंधकों को छोड़ा, उनमें बर्जर के अलावा 29 वर्षीय इजराइली महिला अर्बल यहूद, 80 वर्षीय इजराइली बुजुर्ग गादी मोसेस और पांच थाई नागरिक शामिल हैं, जिनकी पहचान वाचारा श्रीओउन (33), पोंगसाक तन्ना (36), साथियान सुवांकम (35), बन्नावत सीथाओ (27) और सुरसाक लमनाउ (32) के रूप में की गई है।
सात अक्टूबर 2023 को हमास ने इन थाई नागरिकों को उस वक्त बंधक बना लिया था, जब ये दक्षिणी इजराइल में एक परियोजना स्थल पर काम कर रहे थे। इजराइल ने कहा कि आठ थाई नागरिक अब भी हमास के कब्जे में हैं, जिनमें से दो के बारे में माना जा रहा है कि उनकी मौत हो चुकी है।
इजराइली सेना ने शाम को पुष्टि की कि रिहा किए गए आठों बंधकों को इजराइल लाया जा चुका है। उसने बर्जर का एक वीडियो भी जारी किया, जिसमें वह अपने माता-पिता के गले लगते नजर आ रही हैं। इस दौरान, बर्जर और उनके माता-पिता की आंखों से खुशी के आंसू छलकते भी देखे जा सकते हैं।
इजराइल ने बताया कि यहूद को पिछले शनिवार को ही रिहा किया जाना था, लेकिन हमास ने ऐसा नहीं किया, जिस कारण उत्तरी गाजा को जाने वाली सड़कों को खोलने की योजना टाल दी गई और विस्थापित फलस्तीनियों की घर वापसी नहीं शुरू हो सकी।
इजराइल ने बताया कि बाद में अमेरिका, मिस्र और कतर सहित अन्य मध्यस्थ देशों ने दखल दिया और यहूद को बृहस्पतिवार को रिहा करने पर सहमति बनी।
संघर्ष-विराम समझौते के तहत शनिवार को तीन और इजराइली बंधकों और दर्जनों फलस्तीनी कैदियों को छोड़े जाने की योजना है।
गाजा पट्टी में इजराइल और हमास के बीच 19 जनवरी से प्रभावी संघर्ष-विराम से क्षेत्र में लड़ाई थमने के साथ ही मदद सामग्री की आपूर्ति बढ़ गई है।
संघर्ष-विराम समझौते के शुरुआती छह हफ्तों में लगभग 2,000 फलस्तीनी कैदियों की रिहाई के बदले कुल 33 इजराइली बंधकों को छोड़ा जाना है। इजराइल ने कहा है कि उसे हमास की ओर से सूचना मिली है कि आठ इजराइली बंधक या तो सात अक्टूबर 2023 के हमले में मारे गए थे या फिर उनकी हमास के कब्जे में मौत हो गई।
एपी पारुल संतोष
संतोष
Follow us on your favorite platform:
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)