हमास ने गाजा संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई के लिए मसौदा समझौते को स्वीकार कर लिया है: अधिकारी |

हमास ने गाजा संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई के लिए मसौदा समझौते को स्वीकार कर लिया है: अधिकारी

हमास ने गाजा संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई के लिए मसौदा समझौते को स्वीकार कर लिया है: अधिकारी

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Modified Date: January 14, 2025 / 06:25 PM IST
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Published Date: January 14, 2025 6:25 pm IST

काहिरा, 14 जनवरी (एपी) हमास ने गाजा पट्टी में संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई के लिए मसौदा समझौते को स्वीकार कर लिया है। यह जानकारी वार्ता में शामिल दो अधिकारियों ने मंगलवार को दी।

मध्यस्थ कतर ने कहा कि बातचीत समझौते पर पहुंचने के ‘‘सबसे निकट बिंदु’’ पर है।

‘एसोसिएटेड प्रेस’ ने प्रस्तावित समझौते की एक प्रति प्राप्त की है, और मिस्र के एक अधिकारी तथा एक हमास अधिकारी ने इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि की। एक इजराइली अधिकारी ने कहा कि प्रगति हुई है, लेकिन ब्योरे को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इस योजना को अंतिम मंजूरी के लिए इजराइली कैबिनेट के समक्ष प्रस्तुत करना होगा।

तीनों अधिकारियों ने बंद कमरे में हुई बातचीत को लेकर जानकारी नाम गुप्त रखने की शर्त पर दी।

अमेरिका, मिस्र और कतर ने पिछले साल 15 महीने से जारी युद्ध को समाप्त करने और हमास के 7 अक्टूबर, 2023 के हमले में बंधक बनाये गए लोगों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए मध्यस्थता करने की कोशिश की है। गाजा के अंदर अभी भी करीब 100 इजराइली बंदी हैं और इजराइली सेना का मानना ​​है कि उनमें से कम से कम एक तिहाई की मौत हो चुकी है।

अधिकारियों ने उम्मीद जतायी कि वे 20 जनवरी को अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले एक समझौते पर पहुंच सकते हैं, जिनके मध्यपूर्व दूत वार्ता में शामिल हुए हैं।

कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने मंगलवार को साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि जारी वार्ता सकारात्मक और उपयोगी है, हालांकि उन्होंने संवेदनशील वार्ता के विवरण देने से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘आज हम समझौते के सबसे करीब पहुंच गये हैं।’’

इस बीच, हमास ने एक बयान में कहा कि वार्ता अपने “अंतिम चरण” पर पहुंच गई है।

गाजा में आक्रमण ने बड़े क्षेत्र को मलबे में तब्दील कर दिया है और गाजा की 23 लाख की आबादी में से लगभग 90 प्रतिशत को विस्थापित कर दिया है, जबकि सैकड़ों हज़ारों लोगों को तट के किनारे तम्बू शिविरों में रखा गया है, जहां व्यापक भुखमरी है।

गाजा में रात भर और मंगलवार को इजराइली हमलों में कम से कम 18 फलस्तीनी मारे गए, जिनमें दो महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं, जबकि यमन के हूती विद्रोहियों ने इजराइल पर दो मिसाइलें दागीं, जिससे सायरन बजने लगे और लोग आश्रयों की ओर भागने लगे। मिसाइलों से कोई घायल नहीं हुआ।

तीन चरण का समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति जो बइडन द्वारा निर्धारित रूपरेखा पर आधारित और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा समर्थित है। इसकी शुरुआत छह सप्ताह की अवधि में 33 बंधकों की क्रमिक रिहाई के साथ शुरू होगी, जिसमें महिलाएं, बच्चे, वृद्ध और घायल नागरिक शामिल हैं। इजराइली बंधकों की रिहाई संभावित रूप से इजराइल द्वारा कैद सैकड़ों फलस्तीनी महिलाओं और बच्चों के बदले में होगी।

इस प्रथम, 42 दिवसीय चरण के दौरान, इजराइली सेना जनसंख्या केन्द्रों से हट जाएंगी, फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा में अपने घरों को लौटने दिया जाएगा तथा मानवीय सहायता में वृद्धि होगी, तथा प्रतिदिन लगभग 600 ट्रक वहां पहुंचेंगे।

इसके तहत दूसरे चरण के विवरण पर पहले चरण के दौरान बातचीत की जानी चाहिए।

मिस्र के अधिकारी ने बताया कि हालांकि, तीनों मध्यस्थों ने हमास को मौखिक गारंटी दी है कि वार्ता योजनानुसार जारी रहेगी और वे पहले चरण के समाप्त होने से पहले दूसरे और तीसरे चरण को लागू करने के लिए एक समझौते के लिए दबाव डालेंगे।

ट्रंप ने सोमवार देर रात कहा कि संघर्षविराम ‘बहुत करीब’ है। उन्होंने अमेरिकी केबल चैनल न्यूजमैक्स से कहा, ‘‘मैं समझता हूं …वे इसे अंतिम रूप दे रहे हैं और शायद सप्ताह के अंत तक।’’

गाजा के मध्य शहर दीर अल-बला में कल रात में और मंगलवार को हुए दो हमलों में दो महिलाओं और उनके चार बच्चों की मौत हो गई।

शव अल-अक्सा अस्पताल में रखे गए हैं। अस्पताल के अनुसार, मृतकों में से एक महिला गर्भवती थी और बच्चा बच नहीं पाया।

यूरोपियन अस्पताल के अनुसार, दक्षिणी शहर खान यूनिस में दो हमलों में 12 अन्य लोग मारे गए। इस बारे में इजराइली सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई।

इजराइल का कहना है कि वह केवल आतंकवादियों को निशाना बनाता है और उन पर विस्थापितों के लिए आश्रयों और तम्बू शिविरों में नागरिकों के बीच छिपने का आरोप लगाता है।

यमन के विद्रोहियों ने इजराइल पर मिसाइलें दागीं।

इजराइली सेना ने कहा कि उसने मंगलवार की सुबह यमन से छोड़ी गई मिसाइल को रोकने के लिए कई प्रयास किए और ‘‘संभवतः मिसाइल को मार गिराया गया।’’

एपी अमित नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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