मॉस्को: Govt Scheme for First Child भारत सहित दुनिया के कई देशों की सरकार तेजी से बढ़ रही जनसंख्या को लेकर परेशान है। इन देशों में जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार की ओर से खास योजनाएं चलाई जा रही है। वहीं, कई ऐसे देश हैं जहां तेजी से घट रही जनसंख्या को लेकर सरकार परेशान हैं। ऐसे देशों में सरकार कई तरह की योजनाएं चलाकर प्रजनन दर को बढ़ावा दे रही है। कुछ देशों में तो दूसरे देश के नागरिकों को वहां बसने के लिए मोटी रकम और सरकारी नौकरी जैसे ऑफर दिए जाते हैं। इसी कड़ी में घटती जनसंख्या दर से परेशान एक सरकार ने सरकारी कार्यालयों में संबंध बनाने की व्यवस्था करने का फैसला किया है।
Govt Scheme for First Child मिली जानकारी के अनुसार रूस की सरकार ने घटती आबादी से लगाम लगाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने तय किया है कि कार्यालयों में काम करने वाले लोग लंच और कॉफी ब्रेक में संबंध बना सकते हैं। राष्ट्रपति पुतिन का यह निर्देश ऐसे समय आया है, जब रूस में प्रजनन दर घटकर प्रति महिला 1.5 हो गई है।
वहीं, रूस के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. येवगेनी शेस्टोपालोव ने इस बात पर जोर दिया है कि बच्चे पैदा करने में काम (Work) बाधा नहीं बनना चाहिए। उन्होंने रूस के लोगों को परिवार बढ़ाने के लिए लंच और कॉफी ब्रेक का लाभ उठाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि काम में ज्यादा व्यस्त होना सेक्स ना करने का कोई वैध कारण नहीं है, यह एक बेकार बहाना है। आप ब्रेक के बीच सेक्स कर सकते हैं, क्योंकि जीवन बहुत तेजी से बीतता है।
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार ने एक योजना भी चला रखी है, जिसके तहत पहला बच्चा पैदा होने पर 1.02 लाख रूबल (9.40 लाख रुपए) का भुगतान किया जाता है। हालांकि ये योजना 24 साल से कम उम्र की महिलाओं के लिए किया गया है। इतना ही नहीं सरकार की ओर से 18 से 40 वर्ष की आयु की महिलाओं को उनके प्रजनन स्वास्थ्य और क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए डिजाइन की गई निःशुल्क प्रजनन जांच में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
वहीं दूसरी अेार रूस में तलाक के लिए फीस भी बढ़ा दी गई है। इस महीने की शुरुआत में जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक रूस ने 2024 की पहली छमाही के लिए 25 साल में अपनी सबसे कम जन्म दर दर्ज की है। आंकड़ों से यह भी पता चला है कि जून में जन्म दर पहली बार एक लाख से नीचे गिर गई, जो एक बड़ी गिरावट को दर्शाता है।