नई दिल्ली। अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बड़ी मात्रा में लोहे का आसमानी भंडार खोजा है । नासा ने लोहे से बना लोहे छोटा तारा ढ़ूंढ़ निकाली है। इस तारे में इतना लोहा है कि अगर इसको बेच दिया जाए तो धरती के हर व्यक्ति को 9621 करोड़ रु प्राप्त हो सकते हैं।
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नासा ने पूर्णत: लोहे से बना एस्टेरॉयड खोजा है। एस्टेरॉयड को छोटा तारा भी कहा जा सकता है। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक एस्टेरॉयड को खोज लिया जो कि पूरा ही लोहे का बना है। मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच में मौजूद इस तारे में इतना आयरन है कि अगर इसके लोहे को बेचा जाए तो यहां हर व्यक्ति के हिस्से में करीब 1 बिलियन पाउंड यानी 9621 करोड़ रु प्राप्त होंगे।
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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इस छोटे तारे का एक नाम रखा है – 16 साइकी। नासा के अनुमान के मुताबिक उसके अनुसार इस एस्टेरॉयड की भूमि पर पाए जाने वाले लोहे की कुल कीमत करीब 8000 क्वॉड्रिलियन पाउंड है। इसकी गणना के ऐसी समझी जा सकती है कि 8000 के पीछे 15 जीरो लगाने पर इसकी वास्तविक कीमत का ज्ञान होगा।