दक्षिण कोरिया में फैक्टरी में आग के बाद फॉरेसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल की जांच की |

दक्षिण कोरिया में फैक्टरी में आग के बाद फॉरेसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल की जांच की

दक्षिण कोरिया में फैक्टरी में आग के बाद फॉरेसिक विशेषज्ञों ने घटनास्थल की जांच की

:   Modified Date:  June 25, 2024 / 04:52 PM IST, Published Date : June 25, 2024/4:52 pm IST

सियोल, 25 जून (एपी) दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल के समीप एक फैक्टरी में आग लगने के बाद मंगलवार को फॉरेंसिक और अन्य विशेषज्ञों ने जले हुए अवशेषों की जांच की। इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो गयी जिनमें से ज्यादातर चीनी प्रवासी श्रमिक हैं।

सियोल के दक्षिणी क्षेत्र ह्वासियोंग शहर में जब सोमवार को सुबह आग लगी, उस समय फैक्टरी में 100 से अधिक लोग काम कर रहे थे।

दमकल अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा कैमरों से मिले फुटेज में नजर आ रहा है कि जिस जगह पर लिथियम बैटरियों को रखा गया था वहां आग लगने के तुरंत बाद दूसरी मंजिल पर धुआं फैल गया।

सोमवार को एक व्यक्ति को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया था जबकि दमकल कर्मियों ने फैक्टरी से एक के बाद एक 21 शव बरामद किए। मंगलवार को एक और शव बरामद किया गया। इनमें से 18 चीनी नागरिक थे, दो दक्षिण कोरियाई नागरिक थे और एक लाओस का नागरिक था। दो अन्य मृतकों की नागरिकता का पता लगाया जा रहा है।

चीन के राजदूत जिंग हैमिंग ने सोमवार रात को फैक्टरी का दौरा किया और श्रमिकों की मौत पर शोक व्यक्त किया।

अग्निशमन अधिकारियों के अनुसार पुलिस मृतकों और उनके रिश्तेदारों के डीएनए नमूने एकत्रित कर रही है।

फैक्टरी का एक श्रमिक लापता है और अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार को बरामद किया गया शव उसका हो सकता है। हादसे में आठ लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत गंभीर है।

मंगलवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री हैन डक-सू ने अधिकारियों को शोक संतप्त परिवारों को अंतिम संस्कार तथा मुआवजे संबंधी मुद्दों में मदद करने का निर्देश दिया। उन्होंने औद्योगिक स्थलों के सुरक्षा निरीक्षण के लिए भी कहा है।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक यियोल ने भी सोमवार को फैक्टरी का दौरा किया था। उन्होंने श्रमिकों की मौत पर शोक जताया और अधिकारियों को बैटरी संबंधित आग लगने की घटनाओं से प्रभावी रूप से निपटने के लिए कदम उठाने का आदेश दिया।

स्थानीय अग्निशमन अधिकारी किम जिन यंग ने टेलीविजन पर प्रसारित एक ब्रीफिंग में कहा कि मंगलवार को 50 से अधिक अग्निशमन अधिकारियों को खोजी कुत्तों की मदद से हताहतों की तलाश में लगाया गया।

मंगलवार को 40 फॉरेंसिक, अग्निशमन, पुलिस और अन्य अधिकारियों ने आग लगने की वजह का पता लगाने के लिए घटनास्थल की जांच की। श्रम अधिकारियों ने बताया कि सरकार अलग से यह जांच कराएगी कि क्या आग लगने के संबंध में सुरक्षा से जुड़ा कोई मुद्दा था। यह फैक्टरी बैटरी निर्माता एरीसेल की है।

घटनास्थल के समीप मंगलवार को टेलीविजन पर एक कांफ्रेंस में एरीसेल के प्रमुख पार्क सून-क्वान ने इस घटना को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि वह शोक संतप्त परिवारों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएंगे और सरकार की जांच में पूरा सहयोग करेंगे।

लैपटॉप से लेकर सेलफोन तक उपभोक्ता वस्तुओं में रिचार्ज योग्य लिथियम-आयन बैटरियों का इस्तेमाल किया जाता है। ये क्षतिग्रस्त, दोषपूर्ण या अनुचित तरीके से पैक किए जाने पर अत्यधिक गरम हो सकती हैं जिससे आग लग सकती है एवं विस्फोट हो सकता है।

एपी

गोला मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)