Edible oil Price in Pakistan is Rs 900 per liter | What is the inflation rate in Pakistan?

Edible oil Price Hike: खाने का तेल 900 रुपये प्रति/किलो.. इस कदर बढ़ी महंगाई की जनता में त्राहिमाम, जानें बाकी राशन का दाम

खाद्य संकट पर जारी वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध प्रांत में भोजन की काफी कमी हो गई है। खाद्य और ईंधन की कीमत में वृद्धि, सूखे की स्थिति, पशुओं की बीमारियों और बेरोजगारी की समस्या ने महंगाई को चरम पर पहुंचा दिया है।

Edited By :   Modified Date:  July 21, 2024 / 05:35 PM IST, Published Date : July 21, 2024/5:35 pm IST

इस्लामाबाद: पड़ोसी देश पाकिस्तान अपने दौर के सबसे बुरे आर्थिक संकट में फंसा हुआ है। आसमान छूती महंगाई और कर्ज तले दबी अर्थव्यवस्था के बीच यहां की जनता त्राहिमाम कर रही है। जरूरी सामानों की कीमत पर फैसला सरकार के नियंत्रण से बाहर हो चुका है। फिलहाल देश में देश में आटा 800 पाकिस्तानी रुपये किलो और तेल 900 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर हो चुका है। आलम यह है कि एक रोटी के लिए पाकिस्तानियों को लगभग 25 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।

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Edible oil Price in Pakistan is Rs 800 per liter

तेल की लूटपाट

बढ़ाते कीमतों के बीच अब पाकिस्तान से खाने के सामनों के लूटपाट की ख़बरें भी सामने आने लगी है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताब‍िक एआरवाई ने बताया कि कराची पुलिस ने कुक‍िंग ऑयल लूटने वाले एक 3 सदस्यीय गिरोह को गिरफ्तार करने में कामयाबी हास‍िल की है। यह ग‍िरोह खाना पकाने के तेल का स्‍टॉक ले जाने वाली मालवाहक गाड़ी को न‍िशाना बनाता था। कराची पुल‍िस ने गुरुवार को गार्डन मुख्यालय के पास छापेमारी के दौरान गिरोह के 5 से अधिक संदिग्धों के नाम का खुलासा क‍िया।

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What is the inflation rate in Pakistan?

सबसे निचले स्तर पाकिस्तानी रुपया

खाद्य संकट पर जारी वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और सिंध प्रांत में भोजन की काफी कमी हो गई है। खाद्य और ईंधन की कीमत में वृद्धि, सूखे की स्थिति, पशुओं की बीमारियों और बेरोजगारी की समस्या ने महंगाई को चरम पर पहुंचा दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पुनरुद्धार कार्यक्रम में देरी के चलते विदेशी मुद्रा भंडार और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे देश की अर्थव्यवस्था और भी चरमरा गई।

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