सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भारत के युवाओं की गतिशीलता और योगदान महत्वपूर्ण: राजदूत पी हरीश |

सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भारत के युवाओं की गतिशीलता और योगदान महत्वपूर्ण: राजदूत पी हरीश

सतत विकास लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भारत के युवाओं की गतिशीलता और योगदान महत्वपूर्ण: राजदूत पी हरीश

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Modified Date: December 15, 2024 / 09:53 AM IST
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Published Date: December 15, 2024 9:53 am IST

(तस्वीरों के साथ)

(योषिता सिंह)

संयुक्त राष्ट्र, 15 दिसंबर (भाषा) संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने कहा कि भारत की विशाल युवा आबादी की गतिशीलता और योगदान देश के विकास, हरित ऊर्जा परिवर्तन और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को हासिल करने के लिए अहम है।

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी हरीश संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग से संबद्ध गैर सरकारी संगठन ‘1एम1बी’ (वन मिलियन फॉर वन बिलियन) के एक शिखर सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा ,‘‘आप युवा लोग ही भविष्य हैं। आपको न केवल देश के शासन का हिस्सा बनने के लिए बल्कि हमारी विकास यात्रा में साथी के रूप में और हरित ऊर्जा को अपनाने, सतत विकास लक्ष्यों को पूरा करने, 2030 के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करना होगा। इनमें से प्रत्येक कार्य में आपकी गतिशीलता, आपका योगदान महत्वपूर्ण है।’’

शिखर सम्मेलन में अपने मुख्य भाषण में हरीश ने भारत के युवाओं को ‘‘परिवर्तन लाने वाले प्रणेता’’ करार दिया और शैक्षिक संस्थानों में उनके अहम नवाचारों और पहलों की सराहना की। इस सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी और नागरिक संस्थाओं के सदस्य भी शामिल हुए।

हरीश ने इस बात पर जोर दिया कि भारत बहुपक्षवाद के प्रति प्रतिबद्ध है ‘‘क्योंकि आज पेश आ रही समस्याओं का यही एकमात्र समाधान है।’’

‘1एम1बी’ के संस्थापक मानव सुबोध ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

उन्होंने कहा, ‘‘उनका कार्यक्रम ‘एआई फॉर इंडिया 2047’ भारत की प्रतिभा को उस वक्त प्रदर्शित करेगा जिस वर्ष देश अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा। ‘1एम1बी’ युवाओं के साथ काम कर रहा है और ये युवा भारत और दुनिया के भविष्य को आकार देंगे।’’

‘1एम1बी’ की स्थापना 2014 में की गयी थी। यह संयुक्त राष्ट्र-मान्यता प्राप्त युवा-केंद्रित संगठन है जिसका मिशन दस लाख युवा नेताओं को सशक्त बनाना है ताकि वे एक अरब लोगों के जीवन पर प्रभाव डाल सकें।

भाषा शोभना प्रशांत

प्रशांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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