फिलीपीन में अमेरिकी मिसाइलों की तैनाती युद्ध तैयारी के लिहाज से 'बहुत अहम': सैन्य अधिकारी |

फिलीपीन में अमेरिकी मिसाइलों की तैनाती युद्ध तैयारी के लिहाज से ‘बहुत अहम’: सैन्य अधिकारी

फिलीपीन में अमेरिकी मिसाइलों की तैनाती युद्ध तैयारी के लिहाज से 'बहुत अहम': सैन्य अधिकारी

:   Modified Date:  October 21, 2024 / 07:33 PM IST, Published Date : October 21, 2024/7:33 pm IST

मनीला, 21 अक्टूबर (भाषा) अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने सोमवार को कहा कि उत्तरी फिलीपीन में मध्यम दूरी की एक मिसाइल प्रणाली की हालिया तैनाती ‘अविश्वसनीय रूप से अहम’ है और अमेरिका तथा फिलीपीन की सेनाओं को एशिया में ऐसे भारी हथियारों के संभावित इस्तेमाल के लिए संयुक्त तौर पर प्रशिक्षित करने में सक्षम बनाती है।

अमेरिका के जो बाइडन प्रशासन ने एशिया में ताइवान और अन्य विवादित इलाकों में संभावित टकराव सहित किसी भी अन्य स्थिति में चीन का बेहतर मुकाबला करने के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सैन्य गठबंधनों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। पिछले साल दक्षिण चीन सागर में चीन के साथ बढ़ते विवाद के मद्देनजर फिलीपीन ने भी अपनी क्षेत्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में काम किया है।

चीन ने एशिया में अमेरिका की बढ़ती सैन्य उपस्थिति का कड़ा विरोध किया है। लेकिन अप्रैल में अमेरिकी सेना द्वारा फिलीपीनी फौज के साथ संयुक्त युद्ध अभ्यास के हिस्से के रूप में उत्तरी फिलीपीन में टायफन मिसाइल प्रणाली की तैनाती से वह खासतौर से चिंतित है। टायफन मिसाइल प्रणाली एक सतह-आधारित हथियार है, जो ‘स्टैंडर्ड मिसाइल-6’ और ‘टॉमहॉक लैंड अटैक मिसाइल’ दागने में सक्षम है।

यह पूछे जाने पर कि फिलीपीन में टायफन मिसाइल प्रणाली ने संयुक्त युद्ध अभ्यास में प्रतिभागी बलों की कैसे मदद दी, इस पर अमेरिका के हवाई में तैनात 25वें इंफेंटरी डिविजन के कमांडिंग जनरल मार्कस इवांस ने कहा, ‘यह सामूहिक रूप से क्या करता है, हमें यह समझने का अवसर प्रदान करता है कि उस क्षमता का कैसे इस्तेमाल किया जाए-यहां की पर्यावरणीय चुनौतियां क्षेत्र के किसी भी अन्य स्थान की तुलना में बहुत अनोखी हैं।’

मनीला में ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को दिए साक्षात्कार में इवांस ने कहा, ‘‘पिछले साल, हमने लंबी दूरी की मिसाइलें दागने में सक्षम एचआईएमएआरएस (हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम) की तैनाती की थी और हम विमान से उन्हें पूरे द्वीपसमूह में ले जाने में सफल रहे थे।’’

एपी पारुल धीरज

धीरज

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)