नईदिल्ली। सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। दरअसल सऊदी अरब में कच्चे तेल को लेकर शुरू हुए प्राइस वार और कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में 30 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। इस गिरावट के बाद भारतीय वायदा बाजार में कच्चा तेल की कीमत 2,200 रुपये प्रति बैरल के नीचे आ गया।
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इससे पहले कच्चे तेल के दाम में 1991 में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली थी। खाड़ी युद्ध के बाद यह सबसे बड़ी एक दिनी गिरावट है। इस गिरावट के चलते एक लीटर कच्चे तेल का दाम करीब 13-14 रुपये आएगा जबकि एक लीटर पानी की बोतल के लिए कम से कम 20 रुपये चुकाने पड़ते हैं।
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विदेशी बाजार से चलने वाले कच्चे तेल के कारोबार में घरेलू वायदा बाजार में कच्चे तेल का भाव 30 फीसदी से ज्यादा टूटकर 2,200 रुपए प्रति बैरल से नीचे आ गया। इधर मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर कच्चे तेल के मार्च अनुबंध में 997 रुपए यानी 31.56 फीसदी की गिरावट के साथ 21,62 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।
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इधर कोरोना वायरस के बाद यस बैंक के कारण सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भूचाल आ गाय। सेंसेक्स 2357 अंक गिर गया, वहीं निफ्टी में भी करीब 600 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई। शेयर बाजार में यह गिरावट खुलते ही दिखा। इसके बाद स्थिति और बिगड़ते चली गई। इस बीच य बैंक के शेयरों में 34 प्रतिशत का उछाल देखा गया। इस गिरावट के चलते निवेशक के करीब 4 लाख करोड़ रुपए डूब गए।
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