क्यूबेक सिटी/ओटावा, एक अगस्त (द कन्वरसेशन) मनुष्यों का समुद्र के साथ बहुत गहरा और जटिल रिश्ता रहा है। यह मनुष्यों को खाद्य सामग्री और जरूरी पोषक तत्व, दवाइयां और नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्ध कराता है।
अर्थव्यवस्थाएं समुद्र से भी जुड़ी होती हैं। मछली पकड़ना, पर्यटन, समुद्री परिवहन और जहाजों के परिचालन से रोजगार मिलते हैं, आय होती है और खाद्य सुरक्षा होती है, वहीं यह संस्कृति और स्वास्थ्य से भी जुड़ा है। लेकिन बढ़ते ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन से महासागर में परिवर्तन हो रहा है जिससे हमारा स्वास्थ्य खतरे में है।
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महासागर पारिस्थितिकी तंत्र पहले से ही अत्यधिक मछली पकड़ने और प्रदूषण से दबाव में हैं, अब स्थिति और खराब होने का खतरा है। समुद्री बर्फ के पिघलने, समुद्र के बढ़ते जलस्तर और बढ़ती मौसमी घटनाओं के साथ विशेष कर तटीय आबादी वाले क्षेत्रों में मानव स्वास्थ्य और उनका कुशल क्षेम अब कई खतरों का सामना कर रहा है।
1. जलीय आपदाएं
2. पलायन और विस्थापन
3. बर्फ का पिघलना
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4. समुद्री खाद्य पदार्थ में कमी
5. समुद्री जल, हवा और खाद्य पदार्थ खतरनाक