चीन में सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने की योजना से लोगों में नाराजगी |

चीन में सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने की योजना से लोगों में नाराजगी

चीन में सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने की योजना से लोगों में नाराजगी

Edited By :  
Modified Date: July 26, 2024 / 06:35 PM IST
,
Published Date: July 26, 2024 6:35 pm IST

(के जे एम वर्मा)

बीजिंग, 26 जुलाई (भाषा) चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा तेजी से बढ़ती उम्रदराज आबादी से निपटने के लिए कामकाजी आबादी की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने की योजना ने जनता में नाराजगी पैदा कर दी है।

वर्तमान ढांचे के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में पुरुष कामगारों के लिए सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष है, जबकि महिला कामगारों के लिए यह उनके व्यवसाय के आधार पर 50 या 55 वर्ष है।

हाल में संपन्न चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के तीसरे पूर्ण अधिवेशन में अर्थव्यवस्था के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाने के लिए व्यापक सुधारों की घोषणा की गई है जो कि गहराते जनसांख्यिकीय संकट, धीमी वृद्धि और बढ़ते स्थानीय सरकारी ऋण से प्रभावित है। अधिवेशन में सेवानिवृत्ति की आयु को ‘‘स्वैच्छिक और लचीले’’ तरीके से बढ़ाने की योजना पर भी चर्चा की गई।

ग्यारह जुलाई को जारी विश्व जनसंख्या संभावना 2024 रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की जनसंख्या, जो वर्तमान में 2024 में 1.41 अरब है, 2054 में घटकर 1.21 अरब हो जाएगी और 2100 तक और घटकर 63.3 करोड़ हो जाएगी।

रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘यह अनुमान लगाया गया है कि चीन, जो वर्तमान में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, 2024 और 2054 के बीच जनसंख्या में सबसे बड़ी कमी (20.4 करोड़) का सामना करेगा।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ‘‘चीन के लिए लंबी अवधि के जनसंख्या अनुमान अधिक अनिश्चित हैं।’’

चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, वर्ष 2023 के अंत तक जनसंख्या और उसकी संरचना के अनुसार, 60 वर्ष और उससे अधिक आयु की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 21.1 प्रतिशत (29.69 करोड़) थी, जिसमें से 65 वर्ष और उससे अधिक आयु की जनसंख्या 15.4 प्रतिशत (21.67 करोड़) है। कामकाजी आयु वर्ग, यानी 16 से 60 वर्ष तक की आयु की जनसंख्या 61.3 प्रतिशत (86.48 करोड़) है।

पिछले सप्ताह आयोजित पूर्ण अधिवेशन द्वारा अनुमोदित आधिकारिक दस्तावेज में 2029 तक पूरे किए जाने वाले व्यापक सुधारों के तहत 300 से अधिक नीतिगत उपायों को सूचीबद्ध किया गया है। हालांकि, सीपीसी ने सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने की योजना को लागू करने के लिए आधिकारिक तौर पर कोई कार्यक्रम घोषित नहीं किया है।

दस्तावेज के अनुसार, सरकार ‘‘व्यवस्थित’’ और ‘‘क्रमिक’’ तरीके से सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने की दिशा में कदम उठाएगी और उम्रदराज लोगों के लिए विविध नौकरियों का सृजन करने को लेकर ‘सिल्वर इकोनॉमी’ विकसित करने का प्रयास करेगी।

‘सिल्वर इकोनॉमी’ का आशय वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण और खपत की ऐसी प्रणाली से है जिसका उद्देश्य उम्रदराज लोगों की क्रय क्षमता का उपयोग करना और उनके उपभोग, जीवन और स्वास्थ्य की जरूरतों को पूरा करना है।

इस योजना को लेकर चीनी सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया हुई है, जहां लोगों ने उनकी पेंशन मिलने में देरी की आशंका के चलते असंतोष व्यक्त किया है, वहीं युवा कर्मचारियों का कहना है कि यदि उम्रदराज कर्मचारी बने रहेंगे तो सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ने से उनके पास कम नौकरियां बचेंगी।

लोगों ने सरकार संचालित ‘चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंसेज’ द्वारा 2019 में जताए गए एक पूर्वानुमान को भी साझा किया, जिसमें कहा गया था कि बढ़ती चिंताओं के बीच घटते श्रमबल के कारण चीन का सरकारी पेंशन कोष 2035 तक समाप्त हो जाएगा।

भाषा आशीष प्रशांत

प्रशांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)