चीन, रूस ने एससीओ मंच में आतंकवाद से निपटने के लिए मजबूत साझेदारी का आह्वान किया |

चीन, रूस ने एससीओ मंच में आतंकवाद से निपटने के लिए मजबूत साझेदारी का आह्वान किया

चीन, रूस ने एससीओ मंच में आतंकवाद से निपटने के लिए मजबूत साझेदारी का आह्वान किया

:   Modified Date:  October 16, 2024 / 05:08 PM IST, Published Date : October 16, 2024/5:08 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, 16 अक्टूबर (भाषा) चीन और रूस ने बुधवार को क्षेत्रीय सहयोग और आर्थिक एकीकरण के महत्व पर जोर दिया तथा आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) ढांचे के भीतर मजबूत साझेदारी का आह्वान किया।

यहां एससीओ शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए, चीनी प्रधानमंत्री ली क्विंग और रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ने बेहतर संपर्क के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में आयोजित एससीओ के शासनाध्यक्ष परिषद (सीएचजी) की 23वीं बैठक में दोनों नेताओं ने सदस्य देशों से प्रौद्योगिकी, डिजिटल व्यापार और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशने का भी आग्रह किया।

रूसी प्रधानमंत्री मिशुस्टिन ने कहा कि उनका देश एससीओ ढांचे के भीतर संबंधों को मजबूत करने तथा सहयोग और नवाचार के माध्यम से क्षेत्रीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रधानमंत्री ने अफगानिस्तान की रणनीतिक स्थिति और व्यापार के लिए पारगमन केंद्र के रूप में इसकी क्षमता को स्वीकार किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन अवसरों को साकार करने के लिए एक स्थिर अफगानिस्तान महत्वपूर्ण है। उन्होंने इसकी स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन का आह्वान किया।

विशेष रूप से आर्थिक संबंधों को बढ़ाने में अधिक सहयोग की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने सदस्य देशों के बीच व्यापार और निवेश के अवसरों के विकास की वकालत की और कहा कि सहयोगात्मक पहल से क्षेत्रीय अर्थव्यवस्थाओं को काफी बढ़ावा मिल सकता है।

एससीओ शासनाध्यक्ष परिषद की अगली बैठक 2025 में रूस में होगी।

मिशुस्टिन ने आतंकवाद का मुकाबला करने और क्षेत्र में संपर्क में सुधार के लिए एससीओ ढांचे के भीतर मजबूत साझेदारी को बढ़ावा देने पर रूस के विशेष जोर का भी उल्लेख किया।

चीन के प्रधानमंत्री ली ने अपने संबोधन में क्षेत्रीय सहयोग और आर्थिक एकीकरण के महत्व पर ध्यान आकर्षित किया।

उन्होंने आर्थिक विकास और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने में चीन की ‘बेल्ट एंड रोड पहल’ (बीआरआई) की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

ली ने सदस्य देशों से प्रौद्योगिकी, डिजिटल व्यापार और जलवायु परिवर्तन जैसे क्षेत्रों में सहयोग के नए रास्ते तलाशने का आग्रह किया।

भाषा प्रशांत मनीषा

मनीषा

 

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