चीन ने बड़े युद्धपोत के लिए ‘प्रोटोटाइप’ परमाणु रिएक्टर का निर्माण किया: विश्लेषण |

चीन ने बड़े युद्धपोत के लिए ‘प्रोटोटाइप’ परमाणु रिएक्टर का निर्माण किया: विश्लेषण

चीन ने बड़े युद्धपोत के लिए ‘प्रोटोटाइप’ परमाणु रिएक्टर का निर्माण किया: विश्लेषण

:   Modified Date:  November 11, 2024 / 04:52 PM IST, Published Date : November 11, 2024/4:52 pm IST

बैंकाक, 11 नवंबर (एपी) चीन ने एक बड़े युद्धपोत के लिए ‘प्रोटोटाइप’ परमाणु संयंत्र का निर्माण किया है। उपग्रह से ली गईं तस्वीरों और चीनी सरकार के दस्तावेजों के एक नए विश्लेषण से यह जानकारी सामने आई है।

यह एक स्पष्ट संकेत है कि चीन अपना पहला परमाणु ऊर्जा चालित विमानवाहक पोत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

चीन की नौसेना पहले से ही संख्याबल के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है, और यह तेजी से आधुनिक हो रही है।

वाशिंगटन डीसी में स्थित ‘कार्नेगी एंडोवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस’ के सीनियर फेलो टोंग झाओ ने कहा, “परमाणु ऊर्जा चालित विमानवाहक पोत के दम पर चीन नौसेना की शक्तियों के मामले में प्रथम श्रेणी के देशों में शुमार हो जाएगी, जिसमें फिलहाल अमेरिका और फ्रांस मौजूद हैं।”

कैलिफोर्निया में स्थित ‘मिडलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज’ के शोधकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने दक्षिण-पश्चिमी चीन के सिचुआन प्रांत के लेशान शहर के निकट एक पर्वतीय स्थल की पड़ताल करते समय इस निष्कर्ष पर पहुंचे। उन्हें संदेह था कि चीन हथियारों के लिए प्लूटोनियम या ट्रिटियम का उत्पादन करने के सिलसिले में एक रिएक्टर का निर्माण कर रहा है।

हालांकि वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि चीन एक बड़े युद्धपोत के लिए ‘प्रोटोटाइप रिएक्टर’ बना रहा है। लेशान में इस परियोजना को ‘लोंगवेई’ या ‘ड्रैगन माइट’ परियोजना कहा गया है और एसोसिएटेड प्रेस को मिले दस्तावेजों में इसका जिक्र परमाणु ऊर्जा विकास परियोजना के रूप में किया गया है।

न तो चीन के रक्षा मंत्रालय और न ही विदेश मंत्रालय ने इस बारे में कोई प्रतिक्रिया दी है। उपग्रह से मिलीं तस्वीरों और सार्वजनिक दस्तावेजों ने संभावित परियोजना के बारे में जानकारी मिली है।

एपी जोहेब माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)