तोक्यो, 19 अक्टूबर (एपी) जापान की सत्तारूढ़ पार्टी के मुख्यालय में शनिवार को एक व्यक्ति ने कई बम फेंके और प्रधानमंत्री आवास की दीवार में अपनी कार से टक्कर मार दी। तोक्यो पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
पुलिस ने बताया कि संदिग्ध हमलावर की पहचान 49 वर्षीय अत्सुनोबु उसुदा के रूप में की गई है और उसे सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने हालांकि स्पष्ट किया कि बाद में उस पर अतिरिक्त आरोप भी जोड़े जा सकते हैं।
हमले का मकसद तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन जापानी मीडिया की खबरों के मुताबिक सोशल मीडिया पर उसुदा की एक कथित पोस्ट है जिसमें वह जापानी कानून के तहत चुनाव लड़ने के लिए आवश्यक धनराशि के बारे में शिकायत कर रहे हैं, जिससे संकेत मिलता है कि उसुदा की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं हैं।
मीडिया ने अज्ञात स्रोतों के हवाले से बताया कि उसुदा ने परमाणु संयंत्रों के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लिया था। उसुदा की इस संबंध में तत्काल प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
सत्तारूढ़ ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ संदिग्ध वित्तपोषण और कर चोरी से जुड़े घोटाले के कारण आमजन के बीच तेजी से लोकप्रियता खोती जा रही है। हमले के संबंध में पार्टी ने भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
देश की संसद के निचले सदन के लिए मतदान 27 अक्टूबर को होगा। कुछ दागी नेताओं से सत्तारूढ़ पार्टी ने आधिकारिक रूप से समर्थन वापस ले लिया है लेकिन वे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
पार्टी ने हाल ही में नया नेता, प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा को चुना है, ताकि एक नयी छवि पेश की जा सके। लेकिन सर्वेक्षणों से पता चलता है कि उसकी लोकप्रियता में गिरावट आ रही है। यह अब भी स्पष्ट नहीं है कि वे आगामी चुनाव में निचले सदन में अपना बहुमत खो देंगे या नहीं, क्योंकि विपक्ष बिखरा हुआ है।
कुछ उम्मीदवारों को परेशान किया गया, जो जापानी संस्कृति में अपेक्षाकृत दुर्लभ है।
‘लिबरल डेमोक्रेट्स’ लंबे समय से जापान में सत्ता में रही है। द्वितीय विश्व युद्ध की तबाही से जापान को आर्थिक महाशक्ति बनाने में उसकी बड़ी भूमिका है।
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की 2022 में उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह संसदीय चुनाव के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के एक उम्मीदवार के प्रचार में भाषण दे रहे थे। हत्यारे ने कहा था कि वह आबे से इसलिए नाराज था क्योंकि उसकी मां ने परिवार का सारा पैसा ‘यूनिफिकेशन चर्च’ को दे दिया था और वह आबे को उस चर्च से जुड़ा मानता था।
एपी धीरज प्रशांत
प्रशांत
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