नईदिल्ली। दुनिया भर के 1 अरब से ज्यादा एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में खामियां हैं, इन स्मार्टफोन्स में सिक्योरिटी अपडेट्स नहीं दिए जाते हैं जिसकी वजह से इन्हें हैक किया जा सकता है। यह दावा किया है साइबर सिक्योरिटी फर्म Which? ने। इस साइबर सिक्योरिटी वॉच डॉग ने कहा है कि 2012 या इससे पहले लॉन्च किए गए एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर्स के लिए ये ज्यादा गंभीर समस्या है।
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इस सिक्योरिटी वॉच डॉग ने गूगल सहित एंड्रॉयड स्मार्टफोन कंपनियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि मोबाइल कंपनियों को सॉफ्टवेयर अपडेट को लेकर यूजर्स के साथ ट्रांसपेरेंट होने की जरूरत है। आमतौर पर स्मार्टफोन कंपनियां कितने भी महंगे स्मार्टफोन क्यों न हों, लेकिन ये साफ नहीं करती हैं कि आपको कितने सालों तक एंड्रॉयड अपडेट मिलता रहेगा। ज्यादातर एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में दो से तीन साल के बाद ही अपडेट मिलने बंद हो जाते हैं।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर के 42.1% एंड्रॉयड यूजर्स के पास Android 6.0 या इससे नीचे के वर्जन हैं। सिक्योरिटी वॉच डॉग Which? ने अपनी स्टडी में पाया है कि दुनिया भर के 5 में से 2 एंड्रॉयड यूजर्स को यानि की 40 प्रतिशत यूजर्स को अब सिक्योरिटी अपडेट्स नहीं दिए जाते हैं। इस सिक्योरिटी वॉचडॉग का कहना है कि मोबाइल कंपनियों को अपने यूजर्स के सपोर्ट में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए।
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अगर फोन में Android 6 या इससे पहले का सॉफ्टवेयर और अपडेट नहीं मिलते तो नए फोन लेने का वक्त आ गया है। अगर नया फोन नहीं लेना चाहते हैं तो अपने स्मार्टफोन को चलाने में सावधानी बरतें। यानी कोई भी ऐप डाउनलोड करने से बचें और ऐसी वेबसाइट ऐक्सेस न करे जिसमें संदेह वाले कॉन्टेंट होते हैं।
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