(एम जुल्करनैन)
लाहौर, 28 सितंबर (भाषा) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक गैर-लाभकारी संस्था ने शनिवार को भगत सिंह की 117वीं जयंती मनाई।
‘भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन’ ने लाहौर उच्च न्यायालय (एलएचसी) के परिसर में स्वतंत्रता सेनानी की जयंती मनाई और इस दौरान केक भी काटा गया।
फाउंडेशन के प्रमुख इम्तियाज रशीद कुरैशी ने स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि अर्पित की। अंग्रेजों ने 1931 में भगत सिंह को उनके साथियों राजगुरु और सुखदेव के साथ फांसी दी थी।
कुरैशी ने कहा कि भगत सिंह के साथ अन्याय हुआ था और न्याय की तलाश में फाउंडेशन ने 2013 में लाहौर उच्च न्यायालय में स्वतंत्रता सेनानी के मामले की फिर से सुनवाई के लिए याचिका दायर की।
याचिका में दावा किया गया कि उचित कानूनी प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया।
कुरैशी ने कहा कि 11 वर्षों से याचिका लंबित है और उम्मीद जताई कि भगत सिंह के मामले में अंततः न्याय होगा।
कुरैशी ने भारत और पाकिस्तान की सरकारों से राष्ट्र नायक के योगदान का सम्मान करते हुए उन्हें अपने-अपने देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ (भारत) और ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ (पाकिस्तान) से सम्मानित करने का आह्वान किया।
उन्होंने यह भी आग्रह किया कि सिंह के नाम पर डाक टिकट जारी किया जाए तथा उनके सम्मान में एक प्रमुख सड़क का नामकरण किया जाए।
अंग्रेजों ने भगत सिंह को 1931 में 23 वर्ष की आयु में फांसी दे दी थी।
भाषा जितेंद्र पवनेश
पवनेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)