बांग्लादेश ने भारतीय मछुआरों के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों को खारिज किया |

बांग्लादेश ने भारतीय मछुआरों के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों को खारिज किया

बांग्लादेश ने भारतीय मछुआरों के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों को खारिज किया

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Modified Date: January 9, 2025 / 10:16 PM IST
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Published Date: January 9, 2025 10:16 pm IST

ढाका, नौ जनवरी (भाषा) बांग्लादेश ने भारतीय मछुआरों के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों को ‘निराधार और मनगढ़ंत’ करार देते हुए बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया। एक बयान में यह जानकारी दी गयी।

बांग्लादेश का यह बयान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हालिया टिप्पणियों के संदर्भ में था।

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ‘गहरी निराशा और हताशा’ व्यक्त करते हुए ‘सभी पक्षों’ से इस तरह के निराधार आरोपों से बचने का आग्रह किया, जो द्विपक्षीय सहयोग और आपसी सम्मान की भावना को कमजोर करते हैं।

ममता बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया था कि बांग्लादेश द्वारा हाल ही में रिहा किए गए 95 मछुआरों में से कुछ को जेल में पीटा गया था।

ममता ने रिहा किये गए मछुआरों के सम्मान समारोह में कहा, “मैंने पाया कि उनमें (मछुआरों) से कुछ लंगड़ा रहे थे। पूछने पर मछुआरों ने मुझे बताया कि जेल में उनके हाथ बांधकर उन्हें पीटा गया। नतीजतन, उनकी कमर और पैरों के नीचे चोटें आई हैं। वे मुझसे बात करते हुए रो रहे थे।”

मछुआरों को दो महीने से अधिक समय पहले बांग्लादेश के जलक्षेत्र में अवैध रूप से प्रवेश करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने हिरासत में लिए गए मछुआरों के साथ दुर्व्यवहार के आरोपों को‘निराधार और मनगढ़ंत’ करार देते हुए ‘सभी पक्षों’ से इस तरह के निराधार आरोप लगाने से बचने का आग्रह किया, जो द्विपक्षीय सहयोग और आपसी सम्मान की भावना को कमजोर करते हैं।

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय मे यहां एक बयान में बताया, “बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिए गए भारतीय मछुआरों के साथ दुर्व्यवहार से जुड़ी निराधार टिप्पणियों और मनगढ़ंत आरोपों पर बांग्लादेश अपनी गहरी निराशा और हताशा व्यक्त करता है।”

बयान के मुताबिक, “ढाका उस तरह के निराधार आरोपों को दृढ़ता से खारिज करता है, जो बांग्लादेश और भारत के बीच विश्वास, सद्भावना और आपसी सम्मान की भावना को कमजोर करते हैं। मामले की गहन जांच में पाया गया कि इस तरह का कोई दुर्व्यवहार या शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने की घटना नहीं हुई।”

हालांकि, बयान में न तो किसी का नाम लिया गया और न ही किसी भारतीय मीडिया का जिक्र किया गया।

पिछले वर्ष अक्टूबर और नवंबर में बांग्लादेश के जलक्षेत्र में ‘गलती से’ प्रवेश करने के बाद मछली पकड़ने वाली छह नौकाओं पर सवार कुल 95 भारतीय मछुआरों और चालक दल के सदस्यों को बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिया गया था।

भाषा जितेंद्र संतोष

संतोष

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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