बांग्लादेश ने देश के दक्षिणपूर्वी पहाड़ी जिलों में पर्यटन पर प्रतिबंध लगाया |

बांग्लादेश ने देश के दक्षिणपूर्वी पहाड़ी जिलों में पर्यटन पर प्रतिबंध लगाया

बांग्लादेश ने देश के दक्षिणपूर्वी पहाड़ी जिलों में पर्यटन पर प्रतिबंध लगाया

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Modified Date: October 6, 2024 / 10:10 PM IST
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Published Date: October 6, 2024 10:10 pm IST

ढाका, छह अक्टूबर (भाषा) बांग्लादेश ने स्थानीय जातीय अल्पसंख्यक समुदायों और बंगाली प्रवासियों के बीच सांप्रदायिक तनाव के मद्देनजर तीन दक्षिण-पूर्वी पहाड़ी जिलों की यात्रा पर रविवार को प्रतिबंध लगा दिया। सांप्रदायिक तनाव के कारण पांच लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए हैं।

भारत और म्यांमा की सीमा से लगे तीन जिलों के उपायुक्तों या प्रशासनिक प्रमुखों ने अलग-अलग लेकिन एक जैसे बयानों में पर्यटकों से अनुरोध किया कि वे 8 से 31 अक्टूबर तक चटगांव हिल ट्रैक्ट्स (सीएचटी) नामक क्षेत्र का दौरा न करें।

रंगमती, खगराछारी और बंदरबन पहाड़ी जिलों के उपायुक्तों ने ‘‘अपरिहार्य कारणों’’ का हवाला देते हुए बयान जारी किए, लेकिन कोई और ब्यौरा नहीं दिया। रंगमती के उपायुक्त मोहम्मद मुशर्रफ हुसैन खान ने कहा कि यह निर्देश तीनों पहाड़ी जिलों पर लागू है, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं।

खगराछारी जिले में मोटरसाइकिल चोरी की घटना को लेकर एक बंगाली युवक को भीड़ द्वारा पीट-पीटकर मार डालने के बाद पिछले महीने भड़की सांप्रदायिक हिंसा में चार लोगों की जान चली गई थी।

जातीय अल्पसंख्यक या आदिवासी समूहों ने तीन पहाड़ी जिलों में अस्थायी नाकाबंदी लागू की, जबकि अधिकारियों ने सेना और पुलिस द्वारा अतिरिक्त निगरानी रखने का आदेश दिया और रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया।

अशांति के कारण मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार ने क्षेत्र में हिंसा भड़काने के किसी भी प्रयास के खिलाफ कड़ी चेतावनी जारी की जो 1997 में शांति समझौते पर हस्ताक्षर होने से पहले दो दशक तक उग्रवाद प्रभावित रहा था।

भाषा अमित नरेश

नरेश

 

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