ढाका, 23 मार्च (भाषा) बांग्लादेश की सेना ने रविवार को एक नवगठित छात्र नेतृत्व वाली पार्टी द्वारा लगाए गए इन आरोपों को खारिज कर दिया कि सेना अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग की बहाली की योजना बना रही है। सेना ने इन आरोपों को ‘हास्यास्पद और मनगढंत कहानियां’ बताया।
नेशनल सिटिजन पार्टी (एनसीपी) ने शनिवार को देश के प्रतिष्ठित ढाका विश्वविद्यालय परिसर में विरोध रैलियां कीं तथा पार्टी को पुनर्स्थापित करने की “सैन्य समर्थित साजिश” को किसी भी कीमत पर विफल करने की कसम खाई।
स्वीडन स्थित बांग्लादेश-केंद्रित समाचार चैनल नेट्रो न्यूज को जारी एक बयान में सैन्य मुख्यालय ने कहा, ‘यह एक राजनीतिक हथकंडे के अलावा और कुछ नहीं था।’
सेना ने इन दावों को ‘हास्यास्पद और मनगढंत कहानियां’ बताया।
पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक हसनत अब्दुल्ला ने शनिवार को दावा किया कि सेना एक ‘परिष्कृत’ अवामी लीग को पुनर्स्थापित करने का प्रयास कर रही है।
एनसीपी द्वारा ढाका विश्वविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन के दौरान अब्दुल्ला के सैकड़ों समर्थकों ने सेना प्रमुख के खिलाफ नारे लगाए और मांग की कि हसीना और उनके ‘साथियों’ को मुकदमे के बाद फांसी पर लटका दिया जाए।
दो दिन पहले एक फेसबुक पोस्ट में अब्दुल्ला ने दावा किया था कि भारत के इशारे पर परिष्कृत अवामी लीग के नाम पर अवामी लीग को पुनर्स्थापित करने की साजिश चल रही है।
भाषा
शुभम नरेश
नरेश
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