वाशिंगटन। कोरोनावायरस को लेकर आए दिन नए नए रिसर्च सामने आ रहे हैं, कहीं पर वायरस की वैक्सीन को लेकर रिसर्च हो रहे हैं तो कहीं पर वायरस से लड़ने के लिए कारगर खानपान की चीजों पर शोध हो रहे हैं। इसके अलावा एक नई दिशा में भी शोध हो रहे है कि इस वायरस से किस प्रकार के लोगों ज्यादा खतरा है। इसी कड़ी एक ऐसा शोध सामने आया है जिसमें कहा गया है कि गंजे लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा ज्यादा है।
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बता दें कि कोरोना से हर व्यक्ति को खतरा है जिसका इम्यून सिस्टम कमजोर है उसे ज्यादा ही सुरक्षित रहने की आवश्यकता है। गंजे लोगों पर किया गया ये शोध अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने किया है। मुख्य शोधकर्ता कार्लोस वैंबियर ने डेली टेलीग्राफ को बताया है कि ‘पुरुषों का गंजापन कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण का रिस्क फैक्टर है। हालांकि अन्य चिकित्सा पेशेवरों ने सावधानी बरतने की बात कही है। साथ ही कहा है कि इस दावे का समर्थन करने के लिए और सबूतों की जरूरत है। टेलीग्राफ के मुताबिक, प्रोफेसर वैंबियर ने स्पेन में दो शोध किए हैं।
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एक शोध में कोरोना वायरस से संक्रमित जिन लोगों को लाया गया, उनमें से ज्यादातर गंजे पुरुष थे। 41 मरीजों पर किए गए शोध में 71 फीसदी गंजे पुरुष थे। दूसरा शोध अमेरिकी अकैडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी के जरनल में प्रकाशित किया गया है। ये शोध 122 कोविड-19 से संक्रमित पुरुषों पर हुआ, इनमें से कम से कम 80 फीसदी गंजे थे।
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वैज्ञानिकों का मत है कि मेल सेक्स हार्मोन्स एंड्रोजन्स जो बाल झड़ने के लिए जिम्मेदार होते हैं, वही हार्मोन कोरोना वायरस के सेल्स पर हमले की क्षमता को बढ़ा सकता है। अब वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाना शुरू कर दिया है कि क्या इन हार्मोन्स में सुधार वाले उपचार से कोविड-19 को रोकने में मदद मिल सकती है।
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