कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति चुनाव में रविवार को अभूतपूर्व दूसरे दौर की मतगणना के बाद निर्वाचन आयोग ने मार्क्सवादी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके को विजेता घोषित किया। (Anura Kumara Dissanayake will be the new President of Sri Lanka) मार्क्सवादी जनता विमुक्ति पेरामुना पार्टी के विस्तृत मोर्चे नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) के उम्मीदवार 56 वर्षीय दिसानायके ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी समागी जन बालवेगया (एसजेबी) के साजिथ प्रेमदासा को हराया है। निवर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे अधिकतम मत पाने वाले शीर्ष दो में शामिल होने में विफल रहने के बाद पहले दौर में ही बाहर हो गए।
एनपीपी ने बताया कि दिसानायके सोमवार को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। इससे पूर्व निर्वाचन आयोग ने दूसरे दौर की गिनती का आदेश दिया था क्योंकि शनिवार को हुए चुनाव में किसी भी उम्मीदवार को विजेता घोषित करने के लिए आवश्यक 50 प्रतिशत से अधिक मत हासिल नहीं हुए थे। दिसानायके देश के नौंवें राष्ट्रपति होंगे। श्रीलंका में कभी भी कोई चुनाव मतगणना के दूसरे दौर तक नहीं पहुंचा है, क्योंकि प्रथम वरीयता मतों के आधार पर हमेशा कोई उम्मीदवार विजेता बनता रहा है।
बांग्लादेश की राजनीति से शेख हसीना के हटने के बाद अब श्रीलंका में भी नए नेता का चयन कर लिया गया है। वैचारिक रूप से कम्युनिस्ट कुमारा दिशानायके चीन समर्थित नेता मानें जाते है। लिहाजा अब श्रीलंका और भारत के संबंधों में भी फेरबदल की आशंका है। इसी तरह शेख हसीना भारत समर्थित नेता थी जबकि वहां हुए तख्तापलट के बाद अब बांग्लादेश की सत्ता पर चीन और पाक समर्थित नेताओं का कब्ज़ा है। हालांकि यह अंतरिम सरकार हैं और चुनावों के बाद बांग्लादेश के सियासत की दशा-दिशा तय होगी। (Anura Kumara Dissanayake will be the new President of Sri Lanka) वही अब श्रीलंका में राष्ट्रपति बनने वाले कुमारा दिशानायके वामपंथी गुट के है जोकि चीन समर्थित मानें जाते है। ऐसे में तीन महीनों के भीतर भारत को यह दूसरा झटका माना जा रहा है।