संयुक्त राष्ट्र, 22 जनवरी (एपी) गाजा में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय अभियानों के समन्वयक ने मंगलवार को कहा कि गाजा में संयुक्त राष्ट्र, सहायता समूहों, सरकारों और निजी क्षेत्र से निर्बाध सहायता पहुंच रही है और कोई बड़ी लूटपाट की सूचना नहीं मिली है।
उन्होंने हालांकि कहा कि केवल कुछ छोटी-मोटी घटनाएं हुई हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि मंगलवार को संघर्ष विराम के तीसरे दिन राहत सामग्री वाले लगभग 900 ट्रक गाजा में प्रवेश कर गए। यह समझौते में बताए गए 600 ट्रकों की संख्या से काफी अधिक है।
मंगलवार दोपहर गाजा से यरुशलम लौटे मुहन्नाद हादी ने वीडियो के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र के संवाददाताओं को बताया कि यह उनके 35 साल के करियर में सर्वाधिक खुशी का दिन था जब सड़कों पर उन्होंने फलस्तीनियों को उम्मीद के साथ आगे बढ़ते हुए देखा। इनमें से कुछ घर जा रहे थे और कुछ सड़कों की सफाई शुरू कर रहे थे।
संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम और अन्य द्वारा संचालित सामुदायिक रसोई में परिवारों के साथ अपनी बातचीत के बाद उन्होंने कहा कि उन सभी ने उन्हें बताया कि उन्हें मानवीय सहायता की आवश्यकता है लेकिन वे घर जाना चाहते हैं, काम करना चाहते हैं और पैसा कमाना चाहते हैं।
हादी ने कहा, ‘‘उन्हें यह पसंद नहीं है कि वे मानवीय सहायता पर निर्भर रहें।’’
फलस्तीनियों ने अपने बच्चों की शिक्षा फिर से शुरू करने और एक साल से अधिक समय से वही कपड़े पहने हुए महिलाओं के लिए आश्रय, कंबल और नए कपड़ों की आवश्यकता के बारे में बात की।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में तंबू की खेप आने की उम्मीद है।
हादी पश्चिम एशिया शांति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप समन्वयक भी हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को ‘शीघ्र रिकवरी’ कार्यक्रम शुरू होने की उम्मीद है, जिसकी शुरुआत गाजा में बिखरा कई टन मलबा हटाने के लिए ‘नकद-के-लिए-काम’ से होगी।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बैंकिंग प्रणाली चालू हो और बिजली आपूर्ति हो।
उन्होंने ‘शीघ्र रिकवरी’’ में संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों और निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
हादी ने कहा कि अराजकता और लूटपाट किसी भी युद्ध की स्थिति में होती है लेकिन गाजा में संघर्षविराम के साथ, संयुक्त राष्ट्र कानून और व्यवस्था की बहाली की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र के काफिले को लूटने की छोटी-मोटी घटनाएं संगठित अपराधियों द्वारा नहीं की गई थीं।
उन्होंने कहा कि कुछ बच्चे भोजन की टोकरी लेने की कोशिश में कुछ ट्रकों पर कूद गए, और कुछ अन्य लोगों ने बोतलबंद पानी लेने की कोशिश की।
उन्होंने कहा ‘‘उम्मीद है कि कुछ दिनों में जब गाजा के लोगों को एहसास होगा कि हमारे पास हर किसी के लिए पर्याप्त सहायता होगी तो यह सब बंद हो जाएगा ।’’
हादी ने यह भी कहा कि अब रसद संबंधी चुनौतियां हैं, जिसमें सड़कों पर ट्रकों को ले जाने की कोशिश करना शामिल है। सड़कें नष्ट हो गई हैं और लोग भी यात्रा कर रहे हैं। ‘‘वे जानते हैं कि उनके घर नष्ट हो गए हैं। लेकिन उन सभी ने मुझसे बस इतना कहा कि अगर मुझे एक तम्बू मिल जाए, तो मैं वहाँ वापस जाऊँगा और मैं अपने मूल स्थान पर मलबे के ऊपर रहूँगा।’’
एपी मनीषा शोभना
शोभना
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