(कुणाल दत्त)
रियाद, 30 जनवरी (भाषा) रियाद में आयोजित एक सम्मेलन में आकर्षण का मुख्य केंद्र बने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित चैटबॉट ‘रयान’ ने खुद को वैश्विक श्रम बाजार सलाहकार के रूप में पेश किया है और सऊदी अरब में अत्यधिक मांग वाली नौकरियों के बारे में बातचीत की।
‘रयान’, के निर्माताओं ने उसका यह नाम रखा है। उसे विशाल शाह अब्दुलअजीज अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (केएआईसीसी) में आयोजित वैश्विक श्रम बाजार सम्मेलन (जीएलएमसी) के दूसरे संस्करण के मंडप कक्ष में स्थापित एक बूथ में प्रदर्शित किया गया है।
जीएलएमसी पैविलियन में आने वाले आगंतुक इस चैटबॉट से बातचीत कर सकते हैं – जिसे पहला कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित ‘वैश्विक श्रम बाजार सलाहकार’ बताया जा रहा है।
रियाद स्थित कंपनी ताकामोल द्वारा निर्मित, एआई चैटबॉट के दो संस्करण हैं – ऑन-साइट संस्करण, जिसमें यह केवल अंग्रेजी में प्रश्नों का उत्तर देता है और ऑनलाइन संस्करण जिसमें यह फ्रेंच, अरबी और स्पेनिश सहित कई भाषाओं में ‘टेक्स्ट चैट’ में उत्तर देता है।
‘पीटीआई-भाषा’ के संवाददाता ने ‘रयान’ के साथ बातचीत की, जिसने अमेरिका में राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल से संबंधित एक सवाल का जवाब दिया।
हालांकि, ‘रयान’ ने अपने जवाब में यह स्पष्ट किया कि उसकी विशेषज्ञता वैश्विक श्रम बाजार से संबंधित विषयों में है, राजनीति में नहीं।
एआई चैटबॉट ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘मैं स्पष्ट करता हूं कि मेरी विशेषज्ञता वैश्विक श्रम बाजार के विषयों में है। मैं उनके कार्यकाल के दौरान अमेरिकी बाजार के रुझानों और नीतियों के बारे में सामान्य जानकारी दे सकता हूं…।’’
ताकामोल में एनालिटिक्स के वरिष्ठ निदेशक अब्दुल्ला अल्थावद ने कहा कि जीएलएमसी में प्रदर्शित वर्तमान ‘रयान’ एक ‘‘उन्नत संस्करण’’ है और ‘‘हमने इसे पहले से और बेहतर किया है।’’
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने वैश्विक श्रम बाजार से संबंधित किसी भी प्रश्न के लिए श्रम बाजार सलाहकार के रूप में काम करने के वास्ते इस एआई मॉडल ‘रयान’ को विकसित किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऑफलाइन संस्करण में उत्तर को संक्षिप्त रखने के लिए लगभग 50-60 शब्दों में उत्तर दिया जाता है, ताकि प्रतिभागियों को बातचीत करने के लिए अधिक अवसर मिल सके।’’
उन्होंने कहा कि ऑनलाइन संस्करण में अधिक विस्तृत उत्तर दिए जाते हैं, और यह मॉडल केवल श्रम बाज़ार से संबंधित प्रश्नों तक सीमित है, उम्मीद है कि यह जीएलएमसी में आने वाले आगंतुकों के लिए उपयोगी होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने 2023 में ‘रयान’ विकसित किया था। इस साल, हमने ‘रयान’ को उन्नत किया है।’’
यह पूछे जाने पर कि वह एआई के युग में भविष्य को किस प्रकार देखते हैं, अल्थावद ने कहा, ‘‘इस क्षेत्र में सुधार की गति डरावनी है’’, उन्होंने कहा कि विकास की गति बहुत तीव्र है, ‘‘इसलिए अल्लाह को ही पता होगा कि 2026 में हम क्या देखेंगे।’’
भाषा सुभाष संतोष
संतोष
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)