अफ्रीका महत्वपूर्ण व्यापार और निवेश गंतव्य के रूप में उभरा है : राष्ट्रपति मुर्मू |

अफ्रीका महत्वपूर्ण व्यापार और निवेश गंतव्य के रूप में उभरा है : राष्ट्रपति मुर्मू

अफ्रीका महत्वपूर्ण व्यापार और निवेश गंतव्य के रूप में उभरा है : राष्ट्रपति मुर्मू

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Modified Date: October 17, 2024 / 06:19 PM IST
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Published Date: October 17, 2024 6:19 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

लिलोंग्वे (मलावी), 17 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को कहा कि अफ्रीका एक महत्वपूर्ण व्यापार और निवेश गंतव्य के रूप में उभरा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि महाद्वीप में दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा और पेट्रोलियम सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय कंपनियों द्वारा निवेश बढ़ रहा है।

यहां भारत-मलावी व्यापार सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा कि वह हार्ट ऑफ अफ्रीका का दौरा करने वाली पहली भारतीय राष्ट्रपति बनकर खुश हैं।

तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम चरण में आज यहां पहुंचीं मुर्मू ने कहा, “अफ्रीका एक महत्वपूर्ण व्यापार और निवेश स्थल के रूप में उभरा है।”यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की इस अफ्रीकी देश की पहली यात्रा है।

राष्ट्रपति ने कहा कि अफ्रीका में दूरसंचार, सूचना प्रौद्योगिकी, शिक्षा, जल उपचार और पेट्रोलियम सहित विभिन्न क्षेत्रों में बहुराष्ट्रीय तथा लघु एवं मध्यम उद्यमों में भारतीय कंपनियों द्वारा निवेश बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि 1964 में मलावी की स्वतंत्रता के तुरंत बाद उसके साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला भारत पहला देश था। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक संबंध ऐतिहासिक हैं। लेकिन दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संपर्क 140 वर्षों से भी अधिक पुराना है।

उन्होंने कहा, “कोविड महामारी से उत्पन्न मंदी के बावजूद भारत और मलावी के बीच द्विपक्षीय व्यापार बढ़ रहा है।”

मुर्मू ने कहा, “भारत वर्तमान में मलावी का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और यह मलावी में सबसे बड़े निवेशकों में से एक है जिसने विभिन्न क्षेत्रों में 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश किया है।”

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मलावी प्राकृतिक भंडारों और उपजाऊ कृषि भूमि के मामले में समृद्ध है, तथा भारत में ऊर्जा, खनिज और खाद्यान्न की बढ़ती मांग के साथ एक बड़ा उपभोक्ता आधार है। उन्होंने कहा कि दोनों देश “कई क्षेत्रों में तालमेल स्थापित करने के लिए एक साथ आ सकते हैं।”

उन्होंने कहा कि कृषि, खनन, ऊर्जा आदि क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की गुंजाइश है।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि इस वर्ष भारत और मलावी के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ है।

राष्ट्रपति मुर्मू अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ वार्ता करेंगी तथा व्यापार और उद्योग जगत के नेताओं से बातचीत करेंगी।

मलावी के लिलोंग्वे स्थित कामुज़ू अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उप राष्ट्रपति माइकल उसी ने उनकी अगवानी की और उनका पारंपरिक स्वागत किया गया।

उनके कार्यालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अपनी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मलावी के लिलोंग्वे स्थित कामुज़ू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरीं।”

उनके कार्यालय ने बताया कि हवाई अड्डे पर पहुंचने पर बच्चों ने राष्ट्रपति मुर्मू का स्वागत किया तथा उनके समक्ष एक पारंपरिक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।

विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “यह भारत से मलावी की पहली राजकीय यात्रा है।”

मुर्मू मलावी के राष्ट्रपति डॉ. लाजर मैक्कार्थी चकवेरा के निमंत्रण पर 17-19 अक्टूबर तक मलावी का दौरा कर रही हैं।

विदेश मंत्रालय ने उनकी यात्रा से पहले एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि अपनी यात्रा के दौरान, मुर्मू “मलावी के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी; प्रमुख व्यापार और उद्योग जगत के नेताओं और भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करेंगी; और सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों का दौरा करेंगी।”

राष्ट्रपति अल्जीरिया और मॉरिटानिया की सफल यात्रा के बाद यहां पहुंचीं, जहां उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए अपने-अपने समकक्षों के साथ बातचीत की।

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)