एक अरबपति और एक इंजीनियर ने पहली बार निजी अंतरिक्ष यात्रा पूरी की, क्या हैं इसके मायने |

एक अरबपति और एक इंजीनियर ने पहली बार निजी अंतरिक्ष यात्रा पूरी की, क्या हैं इसके मायने

एक अरबपति और एक इंजीनियर ने पहली बार निजी अंतरिक्ष यात्रा पूरी की, क्या हैं इसके मायने

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Modified Date: September 14, 2024 / 04:58 PM IST
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Published Date: September 14, 2024 4:58 pm IST

(गेल इल्स, आरएमआईटी विश्वविद्यालय)

मेलबर्न, 14 सितंबर (द कन्वरसेशन) अंतरिक्ष परिवहन कंपनी स्पेसएक्स द्वारा डिजाइन किए गए नए, कम भारी स्पेससूट का इस्तेमाल करते हुए दो अंतरिक्ष यात्रियों ने पहली बार व्यावसायिक रूप से अंतरिक्ष यात्रा की है।

प्रौद्योगिकी क्षेत्र के अरबपति जेरेड इसाकमैन (जिन्होंने मिशन को वित्तपोषित भी किया) और स्पेसएक्स की इंजीनियर सारा गिलिस ने लगभग 700 किमी. की ऊंचाई पर अपने अंतरिक्ष यान के बाहर लगभग आधे घंटे का समय बिताया। अपोलो के चंद्रमा पर लैंडिंग के बाद अंतरिक्ष में इंसान की सबसे अधिक दूरी की यह यात्रा थी।

अंतरिक्ष में यह संक्षिप्त यात्रा वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ान के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसमें अंतरिक्ष यान, सूट और समग्र मिशन सभी स्पेसएक्स के उत्पाद हैं।

मिशन के बारे में इतना दिलचस्प क्या है?

स्पेसएक्स का पोलारिस डॉन मिशन कई कारणों से अलग है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के संदर्भ में, इसका मुख्य आकर्षण अतिरिक्त यान गतिविधि (या ईवीए) के लिए नए स्पेससूट का परीक्षण है। ऐसा स्पेससूट जो अंतरिक्ष यात्री को अपने यान से बाहर निकलने की अनुमति देता है, वह अपने आप में एक छोटा अंतरिक्ष यान है। नए, आधुनिक सूट में रुचि बढ़ रही है क्योंकि अंतरिक्ष एजेंसी नासा के चंद्रमा के लिए प्रस्तावित आर्टेमिस मिशन निकट आ रहे हैं।

यह मिशन पृथ्वी के चारों ओर एक अत्यंत दीर्घवृत्ताकार कक्षा में यात्रा कर रहा है, जिसका अर्थ है कि इसकी ऊंचाई 192 किमी से लेकर 1,400 किमी तक है। यह कक्षा अंतरिक्ष यात्रियों को उच्च विकिरण वाले क्षेत्रों से होकर ले जा रही है, जिसमें दक्षिण अटलांटिक विसंगति भी शामिल है, और इन चरम स्थितियों के तहत नए सूट का परीक्षण हो सकता है।

पोलारिस डॉन में 36 विभिन्न प्रयोग भी होने हैं, जिनमें से अधिकांश मानव शरीर पर अंतरिक्ष उड़ान के प्रभावों का अध्ययन करेंगे।

पोलारिस डॉन, स्पेसएक्स के साथ इसाकमैन द्वारा नियोजित तीन मिशन में से पहला है, जिसके बारे में उनका कहना है कि यह ‘‘सभी के लिए अंतरिक्ष को खोलने और मानव जाति को एक बहुग्रहीय प्रजाति बनाने के बड़े उद्देश्य की पूर्ति करेगा।’’ दूसरा उद्देश्य हबल स्पेस टेलीस्कोप की कक्षा को और उसका जीवनकाल बढ़ाना हो सकता है, जबकि तीसरा उद्देश्य स्पेसएक्स के पुन: प्रयोज्य स्टारशिप रॉकेट (जो वर्तमान में परीक्षण के शुरुआती चरण में है) का उपयोग करना हो सकता है।

वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ान की राह पर

पोलारिस डॉन के माध्यम से देखना होगा कि यह मिशन अंतरिक्ष उड़ान के भविष्य के बारे में क्या सुझाव देता है। यह एक वाणिज्यिक मिशन है, जिसे स्पेसएक्स द्वारा सरकारी अंतरिक्ष एजेंसियों की भागीदारी के बिना अपनी स्वयं की तकनीक का उपयोग करके संचालित किया गया है।

यह वह ‘‘अंतरिक्ष पर्यटन’’ नहीं है जिसे हमने ब्लू ओरिजिन जैसी कंपनियों के जरिये देखा है, जो अमीर लोगों को उप-कक्षीय यात्राओं पर भेजती हैं। स्पेसएक्स मिशन को निजी धन के माध्यम से वित्त पोषित किया जाता है, यह वैज्ञानिक ज्ञान और अंतरिक्ष उड़ान के भविष्य में वास्तविक योगदान दे रहा है।

सरकारी अंतरिक्ष कार्यक्रमों की एक महत्वपूर्ण विशेषता अंतरिक्ष यात्रियों के लिए कठोर प्रशिक्षण और चयन प्रक्रिया रही है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि अंतरिक्ष में जाने वाले लोगों को ठीक से पता हो कि वे क्या कर रहे हैं। स्पेसएक्स इस उच्च स्तर की व्यावसायिकता को जारी रख रहा है, जिसमें चार बेहद योग्य और तैयार अंतरिक्ष यात्री पोलारिस डॉन में भाग ले रहे हैं।

पोलारिस डॉन का स्पेसवॉक ऐसे समय में हो रहा है जब नासा के दो अंतरिक्ष यात्री स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में समस्या के कारण अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे हुए हैं। स्टारलाइनर को बोइंग ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के लिए बहुत अधिक खर्च करके बनाया है। उम्मीद है कि अगले साल फरवरी में स्पेसएक्स यान (बोइंग की तुलना में बहुत कम पैसे में विकसित) द्वारा दोनों को लाया जाएगा।

मानव जाति के लिए क्या हैं मायने?

गैर-सरकारी अंतरिक्ष उड़ान के उदय के आलोचक भी हैं, जो कहते हैं कि वाणिज्यिक अनिवार्यताएं और निजी नियंत्रण का उस चीज में कोई स्थान नहीं है जो विशुद्ध रूप से वैज्ञानिक प्रयास होना चाहिए। स्पेसएक्स (जिसके मालिक एलन मस्क हैं) को पर्यावरण संबंधी चिंताओं और कर्मचारियों के साथ व्यवहार को लेकर भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है।

हाल के वर्षों में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में भारी सुधार और लागत में कमी काफी हद तक वाणिज्यिक भागीदारी के कारण हुई है। जब इंसान चंद्रमा पर फिर से पहुंचेंगे और अगर हम एक दिन मंगल और उससे आगे की यात्रा करेंगे तो निजी कंपनियां एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।

पोलारिस डॉन स्पष्ट रूप से इसाकमैन के लिए एक जुनूनी परियोजना है, यह दिखावा करने वाली परियोजना नहीं है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी के संदर्भ में इसका वास्तविक लाभ होगा। यह अंतरिक्ष और पृथ्वी पर भविष्य के सभी मानव प्रयासों के लिए अच्छी खबर है।

(द कन्वरसेशन) आशीष माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)