नई दिल्ली। Hijab Conflict in Iran : ईरान में हिजाब को लेकर महिलाएं उग्र हो गई हैं। मामला बिगड़ता जा रहा है। देश-दुनिया में हिजाब को लेकर विवाद चल रहा है। जहां एक तरफ भारत में स्कूलों में हिजाब को बैन कर दिया गया है। वहीं दूसरी ओर ईरान में महिलाएं हिजाब को लेकर सड़क पर उतर आई हैं। ईरान में के युवती के मौत के बाद विवाद काफी भड़क गया है। दरअसल, ईरान में महसा अमिनी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद वहां की महिलाएं लगातार सरकार के खिलाफ विरोध कर रही हैं। विरोध लगातार बढ़ता जा रहा ही और अब ये विरोध प्रदर्शन राष्ट्रव्यापी हो चुका है।
इसके साथ ही वहां सुरक्षाबलों के बल प्रयोग से अब तक तीन प्रदर्शनकरियों की भी मौत हो गई है, जबकि 220 लोग घायल हो गए हैं। विवाद को लगातार बढ़ते हुए देखते हुए वहां इंटरनेट प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके साथ ही वहां की सरकार ने इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप को बैन कर दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वहां हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। इसे देखते हुए ईरान की सरकार ने तत्काल प्रभाव से व्हाट्सप्प और इंस्टाग्राम पर बैन लगा दिया है और इंटरनेट सेवाएं प्रतिबंधित कर दी गई हैं।
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एक मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को दो थानों व कई वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान प्रदर्शनकरियों और सुरक्षाबलों के बीच जमकर झड़प हुई जिसमें अब तक लगभग 40 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि सुरक्षाकर्मी प्रदर्शनकारियों को पकड़ने के लिए रिहायशी बिल्डिंगों में भी छापेमारी कर रहे हैं।
जबकि दूसरी ओर ईरान के हालातों को देखते हुए अमेरिका ने भी सख्त कदम उठाया है। दरअसल, अमेरिका ने प्रदर्शनकारियों की मौत पर सख्त रुख अपनाते हुए अपने देश में ईरानी खुफिया और सुरक्षा मंत्रालय, सुरक्षा बलों और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अफसरों की संपत्तियों और बैंक खातों को फ्रीज कर दिया हैं। ईरान की महिला पत्रकार मसीह अलीनेजादी ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है कि ईरान में सुरक्षा बलों के साथ झड़प में अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यह सब ईरान के देहदाश शहर में हो रहा है। वहीं अमोल शहर में 10 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
इस मामले में वित्त मंत्रालय ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि,’ये अधिकारी उन संगठनों की देखरेख करते हैं जो शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों और ईरानी नागरिक समाज के सदस्यों, राजनीतिक असंतुष्टों, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और ईरानी बहाई समुदाय के सदस्यों को दबाने के लिए नियमित रूप से हिंसा करते रहते हैं।’
खबर अमेरिका ट्रंप हशमनी मामला
3 hours ago