200 elephants to be killed in Zimbabwe : हरारे। भारत में हाथी देश के मध्य और दक्षिण क्षेत्र में बहुतायत मात्रा में पाए जाते हैं। यह हाथी झुण्ड में रहते हैं जंगलों में विचरण करते हैं। हाथी सबसे अधिक दक्षिण राज्य केरल और तमिलनाडु में हैं। इसके संरक्षण और संवर्धन के लिए वायानाड हाथी रिजर्व, नीलगिरी हाथी रिजर्व, रयाल हाथी रिजर्व और नीलांबर हाथी रिजर्व की स्थापना भी की गई हैं। हालाँकि हाथियों की स्थिति देश के मध्य क्षेत्र में अच्छी नहीं है। इन क्षेत्रों में विकास के नाम पर अंधाधुन तरीके से जंगलों की कटाई की जा रही हैं। इससे हाथी-मानव द्वन्द बढ़ा हैं। यही वजह हैं कि हाथियों के हमलों से हर साल सैकड़ो लोग मारे भी जा रहे हैं।
बात अगर हाथियों की संख्या की करें तो हाथी जनगणना 2017 के अनुसार, भारत में एशियाई हाथियों की कुल संख्या 27,312 है। यह संख्या वर्ष 2012 में हुए जनगणना अनुमान (29,391 से 30,711 के बीच) से कम है। कर्नाटक में हाथियों की संख्या सर्वाधिक है, इसके बाद असम और केरल का स्थान है।
200 elephants to be killed in Zimbabwe बहरहाल आज हम भारत के हाथियों की नहीं बल्कि अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे की बात कर रहे हैं। दरअसल यहाँ हाथियों कोएल्कर एक बेहद हैरान कर देने वाला फैसला लिया गया हैं। इस फैसले को सुनकर एक बारगी आप भी चौंक जायेंगे तो आइये जनता है क्या यह बड़ा और कड़ा फैसला।
दरअसल जिम्बाब्वे ने 200 हाथियों को मारने का फैसला किया है। शिकार करके हाथियों की जान ली जाएगी। शिकार ऐसे इलाकों में होगा, जहां हाथियों और इंसानों के बीच संघर्ष की घटनाएं हुई हैं। इनमें देश का सबसे बड़ा अभयारण्य ह्वांगे नेशनल पार्क भी शामिल है। खबरों के मुताबिक, पड़ोसी देश नामीबिया की ही तरह जिम्बाब्वे में भी हाथियों को मारकर उनका मांस स्थानीय समुदायों में बतौर खाना बंटवाया जाएगा।
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200 elephants to be killed in Zimbabwe इससे पहले पड़ोसी देश नामीबिया ने हाथी, जेबरा और गैंडों समेत 700 से ज्यादा वन्यजीवों को मारकर लोगों में उनका मांस बंटवाने का फैसला किया था। इससे पहले भी वहां 150 से ज्यादा जंगली जानवर शिकार किए जा चुके हैं। सरकार ने कहा है कि देश में 20,000 हाथी हैं और कुछ को मारने से सूखा प्रभावित देश में चरागाहों और जल स्रोतों पर दबाव कम होगा। नामीबिया जिम्बाब्वे समेत कई अफ्रीकी देशों में भीषण सूखा पड़ रहा है।
हाथियों की आबादी में जिम्बाब्वे, अफ्रीका में दूसरे नंबर पर है। देश में करीब 1,00,000 हाथी हैं। इससे ज्यादा हाथी केवल बोत्स्वाना में हैं, जहां उनकी आबादी 1,30,000 से ज्यादा है। जिम्बाब्वे के पर्यावरण मंत्री मंगालिसो दलोवु ने बीते हफ्ते संसद में बताया कि अभयारण्य और वन्यजीव प्राधिकरण को निर्देश दिया गया है कि वे हाथियों को मारना शुरू करें। उन्होंने कहा, “देश में जरूरत से ज्यादा हाथी हैं।”
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