दीर अल बलाह, एक जनवरी (एपी) गाज़ा पट्टी पर इज़राइली हमले में कम से कम 12 फलस्तीनी मारे गए हैं जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
करीब 15 महीने से चल रही जंग नए साल के मौके पर भी जारी है और इसके खत्म होने के फिलहाल कोई आसार नहीं दिखते है।
एक हमला उत्तरी गाजा के जबालिया इलाके में एक घर पर हुआ, जो इस क्षेत्र का नष्ट हो चुका हिस्सा है, जहां इज़राइल अक्टूबर की शुरुआत से ही एक बड़ा अभियान चला रहा है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हमले में सात लोग मारे गए, जिनमें एक महिला और चार बच्चे शामिल हैं, और कम से कम एक दर्जन अन्य लोग जख्मी हुए हैं।
अल-अक्सा शोहदा अस्पताल के मुताबिक, मध्य गाजा स्थित बुरीज शरणार्थी शिविर में रात को हुए एक अन्य हमले में एक महिला और एक बच्चे की मौत हो गई।
सेना ने लोगों को बुरीज के निकट एक क्षेत्र को रातों-रात खाली करने का आदेश दिया और कहा कि वह फलस्तीनी चरमपंथियों द्वारा हाल में किए गए रॉकेट हमले के जवाब में वहां हमला करेगी।
नासेर अस्पताल और यूरोपीय अस्पताल के अनुसार, तीसरा हमला बुधवार तड़के दक्षिणी शहर खान यूनिस में हुआ जहां तीन लोगों की मौत हो गई।
यह जंग तब शुरू हुई जब हमास के चरमपंथियों ने सात अक्टूबर 2023 को दक्षिणी इज़राइल पर हमला कर दिया जिसमें 1200 लोगों की मौत हो गई थी तथा उसने करीब 250 लोगों को अगवा कर लिया था। करीब 100 लोगों को हमास ने अब भी बंधक बनाया हुआ है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के हवाई और जमीनी हमले में 45,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। मंत्रालय का कहना है कि मरने वालों में आधे से अधिक महिलाएं और बच्चे हैं, लेकिन यह नहीं बताया गया है कि मारे गए लोगों में कितने चरमपंथी थे।
इज़राइली सेना का कहना है कि वह केवल चरमपंथियों को निशाना बनाती है और उसने आम लोगों की मौतों के लिए हमास को दोषी ठहराया है। सेना ने दावा किया है कि हमास के लड़ाके घने रिहायशी इलाकों से हमले करते हैं। सेना का कहना है कि उसने 17,000 चरमपंथियों को मार गिराया है, लेकिन उसने कोई सबूत नहीं दिया है।
एपी नोमान मनीषा
मनीषा
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