युद्ध के 1000 दिन और यूक्रेन में 24 घंटे का जनजीवन |

युद्ध के 1000 दिन और यूक्रेन में 24 घंटे का जनजीवन

युद्ध के 1000 दिन और यूक्रेन में 24 घंटे का जनजीवन

:   Modified Date:  November 19, 2024 / 04:40 PM IST, Published Date : November 19, 2024/4:40 pm IST

कीव, 19 नवंबर (एपी) यूक्रेन पर रूस के हमले की शुरुआत को गत 11 नवंबर को 1,000 दिन पूरे हो गए। यह दिन भी यूक्रेन में युद्ध हिंसा और लोगों की जीवन के लिए जद्दोजहद के बीच बीता।

‘द एसोसिएटिड प्रेस’ ने 24 फरवरी, 2022 को रूस द्वारा शुरू किए गए व्यापक हमलों के 1,000वें दिन पूरे यूरोप में 24 घंटे के जनजीवन में झांकने का प्रयास किया।

दिन की शुरुआत रूस के दो बम हमलों से हुई। एक बम पनासेन्को के एक अपार्टमेंट पर गिरा और दूसरे बम हमले में माइकोलैव में एक महिला और उसके तीन बच्चों समेत छह लोग मारे गए। दिन आधा गुजरता, उससे पहले रूस के एक बैलिस्टिक मिसाइल हमले में क्रीवी रिह शहर में एक और अपार्टमेंट की इमारत क्षतिग्रस्त हो गई।

युद्ध के 1,000वें दिन एक बच्चे ने भी जन्म लिया, तो कुछ जवान मारे गए और उन्हें दफनाया गया।

यूक्रेन के अंतरराष्ट्रीय तौर पर मान्यता प्राप्त क्षेत्र का करीब पांचवां हिस्सा अब रूस के कब्जे में है। अदृश्य सीमा रेखाएं लगातार सिकुड़ती जा रही हैं ।

रूस और यूक्रेन के बलों के बीच ‘नो मेन्स लैंड’ (दोनों में से किसी का वैध अधिकार नहीं) में अब जीवन का कोई अंश नहीं बचा दिखाई देता। इन एक हजार दिन की त्रासदी में राख के ढेर बन गए घर, उखड़े पेड़ और गोलेबारी से बन गए गड्ढे दिखाई देते हैं।

कीव में रात नौ बजे कुछ कलाकार फ्रेंको थियेटर में नाटक का मंचन कर रहे हैं।

खारकीव में अपने मूल थियेटर में बम हमलों के डर से नाटक मंचित नहीं कर सकने वाले ये अदाकार यूक्रेन की राजधानी में जमा हुए हैं।

यूक्रेन के सबसे प्रसिद्ध लेखक के नाम पर संचालित तारस शेवचेंको एकेडेमिक यूक्रेनियन ड्रामा थियेटर के प्रमुख अभिनेता माइखाइलो तेरेश्चेन्को ने कहा, ‘‘जंग की वजह से खारकीव थियेटर मंच पर प्रस्तुति नहीं दे सकता। हम भूमिगत होकर नाटक कर रहे हैं।’’

एपी वैभव नरेश

नरेश

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)