छिंदवाड़ा, 10 अगस्त (भाषा) मध्य प्रदेश सरकार ने माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाली पर्वतारोही भावना देहरिया मिश्रा और उनकी बेटी सिद्धि मिश्रा को शनिवार को ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया।
यह घोषणा राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा यहां पीएम (पीजी) कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में आयोजित एक कार्यक्रम में की गई, जिसमें छिंदवाड़ा के सांसद विवेक बंटी साहू, जिलाधिकारी शीलेंद्र सिंह और महापौर विक्रम अहाके शामिल हुए।
साहू ने कहा, ‘भावना मिश्रा और सिद्धि की उपलब्धियां इस बात का सबूत हैं कि अगर सही अवसर प्रदान किए जाएं तो हमारी बेटियां क्या कर सकती हैं। ब्रांड एंबेसडर के रूप में उनकी नियुक्ति से पूरे देश में लड़कियों की शिक्षा और लैंगिक समानता का संदेश फैलाने में मदद मिलेगी।’
महापौर अहाके ने कहा कि नियुक्ति से छिंदवाड़ा का गौरव बढ़ा है और इससे युवाओं को उच्च लक्ष्य निर्धारित करने तथा सामाजिक मानदंडों को चुनौती देने की प्रेरणा मिलेगी।
जिलाधिकारी सिंह ने इस अवसर पर कहा कि मां और बेटी इस बात का जीता जागता उदाहरण हैं कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के माध्यम से क्या हासिल किया जा सकता है तथा ब्रांड एंबेसडर के रूप में उनकी भूमिका अधिक परिवारों को अपनी बेटियों के सपनों का समर्थन करने और उनका पालन-पोषण करने के लिए प्रेरित करेंगी।
महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मोनिका बिसेन ने कहा, ‘भावना देहरिया और उनकी बेटी सिद्धि मिश्रा का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में चयन दृढ़ संकल्प और उपलब्धि की भावना का प्रतीक है। उनकी प्रेरक यात्रा अनगिनत लड़कियों और महिलाओं को अपने सपनों को पूरा करने तथा बाधाओं को दूर करने के लिए प्रेरित करेगी।’
भावना की बेटी सिद्धि मिश्रा, जिनका जन्म सात अप्रैल, 2021 को हुआ, अपनी मां के साथ एवरेस्ट आधार शिविर (ईबीसी) तक पहुंचने वाली दुनिया की सबसे कम उम्र की लड़की बन गई हैं। उस समय सिद्धि दो साल की थी। नेपाल में यह शिविर समुद्र तल से 5,364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस अभियान के दौरान मां-बेटी की जोड़ी ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का संदेश फैलाया था।
भावना देहरिया मिश्रा ने 22 मई, 2019 को माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी।
भाषा
दिमो, रवि कांत
रवि कांत
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)