नई दिल्ली। हर साल 12 अगस्त को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाती है। इस दिन युवाओं को पहचान दिलाने के लिए विश्व भर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। युवाओ में वो शक्ति होती है जो किसी भी समाज और नीतियों की दिशा बदल सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए कुछ बुद्धिजीवियों ने अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस की शुरुआत की थी।
पढ़ें- 60,963 नए कोरोना मरीजों के साथ देश में संक्रमितों की संख्या 23 लाख 29 हजार के…
17 दिसंबर 1999 को सयुंक्त राष्ट्र महासभा ने फैसला सुनाया था कि 12 अगस्त अंतराराष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाएगा। पहली बार इंटरनेशनल यूथ डे साल 2000 में मनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र संघ ने 1985 में इंटरनेशनल यूथ ईयर का ऐलान किया था।
पढ़ें- बस में आग लगने से मासूम सहित 5 की मौत, 27 घायलों का इलाज जारी
पिछले साल की थीम ‘ट्रांस्फोर्मिंग एजुकेशन’ थी, जिसका अर्थ है कि युवाओं के लिए शिक्षा को ज्यादा प्रासंगिक और न्यायसंगत बनाने की कोशिशों को उजागर करना, जबकि इस साल विश्व युवा दिवस की थीम ‘वैश्विक कार्य के लिए युवाओं की भागीदारी’ है। यानी इंटरनेशनल लेवल पर युवाओं की भागीदारी के तरीकों को सामने लाने के लिए बहुपक्षीय संस्थानों और प्रक्रियाओं को बढ़ावा देना है।
पढ़ें- नक्सलियों की मांद में घुसकर माओवादियों को मुंहतोड़ जवाब, जवानों ने 4 को किया ढेर, हथियार बरामद
आज जरुरत है की सभी देशों को उनकी युवा जनसंख्या पर ध्यान देना। आज बेरोजगारी जैसी समस्याओं का सामना हर कोई देश कर रहा है लेकिन युवाओं का इसमें भारी नुकसान हो रहा है। आज इन सभी युवाओं पर ध्यान देना जरुरी है।
पढ़ें- नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की, मथुरा सहित पू…
उनकी शिक्षा से लेकर उनके आत्मनिर्भर बनने तक के रास्ते में उनकी मदद करना सरकार का कर्तव्य है। आज अगर कोई किसी देश को कोई बदल सकता है तो वो उस देश के युवा ही हैं। इसी की अनुभूति कराने के लिए हर साल युवा दिवस मनाया जाता है।