योगी ने भारत के सैनिकों की वीरता, सतर्कता की सराहना की |

योगी ने भारत के सैनिकों की वीरता, सतर्कता की सराहना की

योगी ने भारत के सैनिकों की वीरता, सतर्कता की सराहना की

:   Modified Date:  September 3, 2024 / 06:33 PM IST, Published Date : September 3, 2024/6:33 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

लखनऊ, तीन सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि यह वीर जवानों की सतर्कता का ही परिणाम है कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भारत पूरी ताकत से अपनी सीमाओं की रक्षा करने और बड़ी से बड़ी साजिशों को नाकाम करने में सक्षम है।

योगी लखनऊ छावनी के सूर्या खेल परिसर में आयोजित तीन दिवसीय सशस्त्र बल महोत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे वीर जवान अपनी जान की परवाह किए बगैर देश की सेवा में तत्पर रहते हैं। यही वजह है कि वे जन जनमानस के मन में राष्ट्र नायक के रूप में सम्मान प्राप्त करते हैं।’’

इस संबंध में जारी एक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री कहा, ‘‘हमें गर्व है कि हमारे पास ऐसी सक्षम और समर्पित सेना है, जो हर स्थिति में देश की सुरक्षा करने में सक्षम है। भारत की सेना दुनिया की अद्वितीय सेना है, जिसने सदैव अपनी ताकत, अनुशासन और तकनीकी क्षमता का लोहा न केवल दुश्मनों को मनवाया है, बल्कि देश के अंदर भी सम और विषम दोनों परिस्थितियों में एक सकारात्मक भूमिका के साथ कार्य करते हुए अपना उत्कृष्टतम प्रदर्शन और सहयोग दिया है।’’

योगी ने कहा, ‘‘भारत के बहादुर सैनिकों की सजगता का ही परिणाम है कि आज विपरीत परिस्थितियों के बावजूद देश पूरी मजबूती के साथ अपनी सीमाओं की सुरक्षा करने और बड़े से बड़े षड्यंत्र को असफल करने में सक्षम हुआ है। हमारे बहादुर जवानों का शौर्य और पराक्रम 140 करोड़ भारतवासियों को आश्वस्त करता है। यह हमारा सौभाग्य है कि उत्तर प्रदेश वीरों की भूमि है।’’

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सेवारत, सेवानिवृत्त सैनिकों और वीर नारियों के कल्याण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

योगी ने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों के परिजनों को राज्य सरकार 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, सैनिक परिवार के एक सदस्य को उत्तर प्रदेश शासन की शासकीय सेवा में समायोजित करने और शहीद सैनिकों की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए उनके स्मारक के साथ उनके नाम पर किसी संस्था का नामकरण करने का कार्य भी कर रही है।

उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी 2018 में लखनऊ में आयोजित निवेशक शिखर सम्मेलन में मोदी ने देश में दो रक्षा औद्योगिक गलियारों की घोषणा की थी, जिनमें से एक उत्तर प्रदेश में स्थापित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने रक्षा मंत्रालय के साथ बेहतरीन समन्वय स्थापित कर काम को आगे बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रक्षा औद्योगिक गलियारे में राजधानी लखनऊ में डीआरडीओ ब्रह्मोस और झांसी नोड में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं को स्थापित करने का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से देश की सैन्य शक्ति मजबूत होगी और राष्ट्रीय सुरक्षा को भी बल मिलेगा। योगी ने कहा, ‘‘इससे आधुनिकतम उपकरणों और तकनीक का विकास भारत की ही धरती पर होगा, जिससे हमारी सेवा और भी मजबूत होगी। राष्ट्र रक्षा के इन प्रयासों में उत्तर प्रदेश सदैव अग्रणी भूमिका का निर्वहन करेगा।’’

पीआईबी की रक्षा इकाई द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, 8,000 से अधिक दर्शक आत्मनिर्भर भारत के हिस्से के रूप में विकसित टैंक, हेलीकॉप्टर, तोप आदि जैसे नवीनतम सैन्य उपकरणों के शानदार प्रदर्शन के साक्षी बने और प्रौद्योगिकी सक्षम भारतीय सशस्त्र बलों की ताकत की झलक दिखाई दी।

प्रदर्शनी में टी-90 टैंक (सेना का मुख्य युद्धक टैंक), के-9 वज्र स्वचालित तोपखाना, हथियारों का पता लगाने वाला रडार (डब्ल्यूएलआर) स्वाति और एएलएच तथा एलसीएच प्रचंड हेलीकॉप्टरों का शानदार प्रदर्शन शामिल था।

मध्य कमान के ‘जीओसी-इन-सी’ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने मुख्यमंत्री को एक स्मृति चिह्न भेंट किया।

भाषा जफर

नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

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