योगी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा देश के इतिहास का सबसे नकारात्मक : अखिलेश |

योगी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा देश के इतिहास का सबसे नकारात्मक : अखिलेश

योगी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा देश के इतिहास का सबसे नकारात्मक : अखिलेश

:   Modified Date:  November 19, 2024 / 09:05 PM IST, Published Date : November 19, 2024/9:05 pm IST

लखनऊ, 19 नवंबर (भाषा) समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे को ‘असंवैधानिक’ और भारतीय इतिहास का सबसे नकारात्मक नारा करार देते हुए मंगलवार को दावा किया कि इससे खुद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों के लोग किनारा कर रहे हैं और भाजपा की ‘डबल इंजन’ की सरकारें आपस में टकरा रही हैं।

यादव ने लखनऊ के बख्शी का तालाब स्थित सैरपुर बाजार में आयोजित ‘संविधान मेला एवं युवा महोत्सव कार्यक्रम’ में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भाजपा समाज को बांट रही है। समाज में नफरत फैला रही है। मुख्यमंत्री जी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा भारतीय इतिहास का सबसे नकारात्मक है। यह असंवैधानिक नारा है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘मुख्यमंत्री के नारे से भाजपा के लोग और उनके सहयोगी दल किनारा कर रहे हैं। नारे को लेकर भाजपा की डबल इंजन की सरकार आपस में टकरा रही है। मुख्यमंत्री जी का नारा अंग्रेजों के ‘फूट डालो राज करो’ जैसा नारा है। अंग्रेज तो चले गये लेकिन उनकी सोच वाले लोग उनके विचार को आगे बढ़ा रहे हैं।’’

सपा प्रमुख ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए उनका नाम लिये बगैर कहा, ‘‘वस्त्रों से कोई योगी नहीं बनता है। भाषा, व्यवहार और विचार से लोग योगी और संत बनते हैं।’’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी रैली में बांग्लादेश में हुई हिंसा में हिंदू समुदाय पर हुए अत्याचार का जिक्र करते हुए पहली बार ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारा दिया था। उन्होंने यह नारा देते हुए हिंदुओं से एकजुट होने का आह्वान किया था। उसके बाद वह कई मौकों पर इस नारे का जिक्र कर चुके हैं।

सपा अध्यक्ष ने दावा किया, ‘‘उपचुनाव में भाजपा सभी सीट हारने जा रही है। वह डरी हुई है। प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है। सरकार जिलाधिकारियों से भाजपा जिलाध्यक्ष की तरह काम ले रही है। भाजपा लोगों को वोट डालने से रोकने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। यह जनता के वोट के अधिकार पर हमला है।’’

यादव ने कहा, ‘‘भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को एक विचार और एक रंग में रंगना चाहती है। हम सभी को संकल्प लेना है कि एकजुट होकर संविधान बचाना है। आगे बढ़ना है।’’

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा सरकार पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) से घबराई हुई है। पीडीए देश की 90 फीसदी आबादी का नारा है। अभी तक बाबा साहेब के संविधान ने पीडीए की रक्षा की है। अब पीडीए और हम सबकी जिम्मेदारी है कि बाबा साहेब के बनाए संविधान की रक्षा करें। आज संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। जब तक भाजपा की सरकार है संविधान पर खतरा बना रहेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा देश को संविधान नहीं मनविधान से चलाना चाहती है। अगर इनके विचार नहीं बदले तो ये संविधान बदल देंगे। हम सभी लोगों को एकजुटता के साथ संविधान बचाने की लड़ाई लड़ते रहना है। संविधान तभी बचेगा जब दिल्ली और लखनऊ से भाजपा की सरकार का सफाया होगा।’’

भाषा सलीम खारी

खारी

 

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