योगी के नेतृत्व में निकली पारंपरिक विजयादशमी शोभायात्रा |

योगी के नेतृत्व में निकली पारंपरिक विजयादशमी शोभायात्रा

योगी के नेतृत्व में निकली पारंपरिक विजयादशमी शोभायात्रा

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Modified Date: October 12, 2024 / 09:41 PM IST
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Published Date: October 12, 2024 9:41 pm IST

गोरखपुर, (उप्र) 12 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शनिवार शाम गोरखनाथ मंदिर से विजयादशमी शोभायात्रा निकली, जिसका अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने भी स्वागत किया।

शनिवार शाम जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार धर्म, सत्य और न्याय की विजय प्रतिष्ठा के पावन महापर्व विजयादशमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर से निकली पारंपरिक विजयादशमी शोभायात्रा में आस्था के रथ पर सवार गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पूरे रास्ते श्रद्धा और समरसता के फूल बरसते रहे।

बयान में कहा गया है कि उमंग, उल्लास व उत्साह की लहरों के बीच शोभायात्रा का रास्तेभर जोरदार अभिनंदन हुआ। सामाजिक समरसता के ताने बाने को मजबूत करती गोरक्षपीठाधीश्वर के नेतृत्व वाली इस पारंपरिक शोभायात्रा का अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने भी जबरदस्त उत्साह से भावपूर्ण स्वागत किया।

बयान में कहा गया है कि फूलों से सजे नए रथ पर गोरखनाथ मंदिर के महंत के पारंपरिक परिधान में शोभायात्रा की अगुवाई कर रहे गोरक्षपीठाधीश्वर का बुनकर (मुस्लिम) और सिंधी समाज के साथ ही सर्वसमाज के लोगों ने अभिनंदन किया।

पीठाधीश्वर योगी ने उन्हें आशीर्वाद दिया, मंगलमय जीवन की कामना की और नौ दिन तक चले नवरात्र अनुष्ठान का प्रसाद दिया।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच नाथपंथ के विशेष वाद्ययंत्र नागफनी, तुरही, नगाड़े, काशी से आए डमरू दल, ढोल व बैंड बाजे की धुन और हनुमान दल के बालकों के हैरतंगेज करतब के बीच शोभायात्रा आगे बढ़ी।

जगह-जगह स्वागत में कलाकारों के विविध लोक नृत्य समूची भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। पूरे रास्ते दोनों किनारे पर श्रद्धा से भाव विभोर लोग गोरक्षपीठाधीश्वर की एक झलक पाने को आतुर नजर आ रहे थे।

बयान में कहा गया है कि जैसे ही गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई वाली शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची पुष्प वर्षा शुरू गई। इससे आगे बढ़ने पर मुस्लिम और बुनकर समाज के लोगों ने भी फूल बरसाकर स्वागत किया।

उर्दू अकादमी के निवर्तमान चेयरमैन चौधरी कैफुलवरा ने बुनकर समाज की तरफ से गोरक्षपीठाधीश्वर को फूल माला तथा केसरिया अंगवस्त्र देकर उनका अभिनंदन किया।

गोरक्षपीठाधीश्वर ने मुस्कुराते हुए उनका अभिवादन स्वीकार किया और उन्हें व उनके समाज के लोगों को गोरखनाथ मंदिर के नवरात्र अनुष्ठान का प्रसाद दिया। इस दौरान रास्ते के दोनों तरफ बने मकानों पर बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाएं व बच्चे अपने स्मार्ट फोन में योगी की तस्वीर खींचते रहे।

चौधरी कैफुलवरा ने बताया कि उनका परिवार पीढ़ियों से गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठ मत, मजहब के विभेद से परे सभी को मानव मात्र के नजरिये से देखता है।

मुस्लिम समाज की ही तरफ से बुनकर वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन अजीजुलहई के नेतृत्व में भी गोरक्षपीठाधीश्वर का अभिनंदन किया गया।

अल्पसंख्यक समाज के लोगों का अभिवादन स्वीकार करने के बाद गोरक्षपीठाधीश्वर का रथ आगे बढ़ा तो नवनिर्मित श्री झूलेलाल मंदिर के समीप बड़ी संख्या में मौजूद सिंधी समाज के लोगों ने करबद्ध होकर उनका व शोभायात्रा का जोरदार स्वागत किया। मानसरोवर मंदिर तक पूरे रास्ते में शोभायात्रा के स्वागत का सिलसिला चलता रहा।

मानसरोवर मंदिर में पूजन के उपरांत योगी की शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान में पहुंची। यहां चल रही रामलीला में उन्होंने प्रभु श्रीराम का राजतिलक किया। इसके साथ ही प्रभु श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण व हनुमानजी का पूजन कर आरती भी उतारी।

विजयादशमी शोभायात्रा का लोक कलाकारों के दलों ने अपनी प्रस्तुतियों से स्वागत किया। कलाकारों के 12 दलों ने शोभायात्रा मार्ग के अलग अलग स्थानों पर अपनी प्रस्तुतियों से प्रदेश के देशज लोक को जीवंत कर दिया।

भाषा आनन्द रंजन

रंजन

 

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