लखनऊ, दो दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जल जीवन मिशन के तहत ‘हर घर, नल से जल’ पहुंचाने की परियोजना के कार्यों का तीसरे पक्ष से सत्यापन कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि हर परियोजना के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किये जायें, जो स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर सभी काम समय से पूरा कराएं।
मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को ‘हर घर जल योजना’ की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जनहित से जुड़े इन कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। जलापूर्ति के कार्यों के चलते खराब हुई सड़कों की मरम्मत का काम समय से कराया जाए और जनप्रतिनिधियों से भी आवश्यक मार्गदर्शन लिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आधार पर ही विभागीय अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजनाओं में गुणवत्ता हर हाल में सुनिश्चित हो और इसका तीसरे पक्ष से सत्यापन भी कराया जाए। साथ ही हर परियोजना पर नोडल अधिकारी नियुक्त हों, जो कार्यों की गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित करे।
योगी ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत परियोजना का उद्देश्य है कि लोगों को शुद्ध पेयजल प्राप्त हो, ऐसी सभी योजनाएं बिना रूकावट के अनवरत चलती रहनी चाहिए।
यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार बैठक में मुख्यमंत्री ने बुंदेलखंड व विंध्य क्षेत्र सहित पूरे प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली।
योगी को जल जीवन मिशन के अंतर्गत सामुदायिक अंशदान के संबंध में अवगत कराया गया। उन्हें बताया गया कि जल जीवन मिशन के तहत 40,951 योजनाएं स्वीकृत हैं। उनकी कुल कार्य लागत 1,52,521.82 करोड़ रुपये है। इसमें केंद्र की हिस्सेदारी 71,714.68 करोड़ रुपये और राज्य का अंश 71,714.68 करोड़ रुपये है।
भाषा आनन्द धीरज
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