लखनऊः Raebareli-Prayagraj highway four lane रायबरेली-प्रयागराज हाईवे फोरलेन निर्माण का काम अब शुरू हो गया है। 1636 करोड़ की लागत से बन रहे इस सड़क के निर्माण के लिए अब सड़क किनारे बने मकान-दुकानों को नोटिस के बाद हटाया जा रहा है। 106 किलोमीटर लंबे प्रस्तावित इस फोरलेन के किनारे कई मंदिर भी मौजूद है। सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी इन्हें भी हटाने का शुरू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सड़क के करीब 30 मंदिर है। प्रशासन इसे हटा रही है। एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष यादव के दौरे से बाद इस कार्य में और तेजी आई है।
Raebareli-Prayagraj highway four lane दरअसल, लखनऊ से प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर रायबरेली से प्रयागराज तक होने वाला फोरलेन का कार्य महाकुंभ के महत्वपूर्ण परियोजनाओं में शामिल है। अभी लखनऊ से रायबरेली तक पहले ही फोरलेन है। अब रायबरेली से प्रयागराज तक भी फोरलेन का निर्माण जल्द पूरा किया जाएगा। बीतें दिनों एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष यादव ने प्रदेश के प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात और प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी अजय चौहान के साथ एनएचएआइ के कार्यों की मेला प्राधिकरण के सभागार में समीक्षा की। उन्होंने इस कार्य की गति धीमी होने पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने हर हाल में महाकुंभ से पहले रायबरेली-प्रयागराज फोरलेन का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए थे।
प्रयागराज से रायबरेली तक जगतपुर, बाबूगंज, ऊंचाहार व आनापुर में कुल 24.14 किमी का बाईपास व सई नदी पर पुल बन रहा है। नवाबगंज से मलाक हरहर तक ज्यादा ट्रैफिक होने के चलते लगभग 8.5 किमी तक हाईवे को सिक्सलेन किया जा रहा है। लालगोपालगंज से नवाबगंज तक 18 किमी तक फोरलेन बनेगा। इस हाइवे से लखनऊ के साथ ही बरेली, मुरादाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के साथ उत्तराखंड से आने वाले श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिलेगी।
लखनऊः रायबरेली-प्रयागराज हाईवे फोरलेन निर्माण का काम अब शुरू हो गया है। 1636 करोड़ की लागत से बन रहे इस सड़क के निर्माण के लिए अब सड़क किनारे बने मकान-दुकानों को नोटिस के बाद हटाया जा रहा है। 106 किलोमीटर लंबे प्रस्तावित इस फोरलेन के किनारे कई मंदिर भी मौजूद है। सड़क निर्माण करने… pic.twitter.com/W7Krms5Cim
— IBC24 News (@IBC24News) November 11, 2024