मथुरा (उप्र), 29 अक्तूबर (भाषा) वृन्दावन के विभिन्न आश्रय स्थलों में निवास करने वाली विधवा तथा परित्यक्त महिलाओं ने यमुना नदी के केशी घाट पर दीपदान कर दीपावली का पर्व मनाया।
‘सुलभ होप फाउंडेशन’ की उपाध्यक्ष विनीता वर्मा ने कहा, ‘‘हिन्दू समाज में आईं कुछ कुरीतियों में से एक यह भी थी कि विधवाओं को समाज में अशुभ माना जाता था और उन्हें अत्यंत हेय दृष्टि से देखा जाता था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसीलिए विधवाओं को परिवार से अलग कर दिया जाता था, तब ऐसे में वृन्दावन, वाराणसी और हरिद्वार जैसे तीर्थस्थलों पर भिक्षाटन के सहारे जिंदगी बिताते हुए शेष दिन पूरे करने को मजबूर हो जाया करती थीं।’’
वर्मा ने बताया कि मंगलवार को विभिन्न आश्रय स्थलों में निवास कर रहीं बेसहारा महिलाओं ने यमुना किनारे रंगीन दीपकों का दीपदान किया और धूमधाम से प्रकाश पर्व मनाया।
इस दौरान मुख्य रूप में मां शारदा आश्रम, तरास मंदिर, नेपाली आश्रम और पागल बाबा आश्रम में रहने वाली विधवा महिलाओं ने मिलकर खुद ही केशी घाट को सजाया।
उन्होंने कृष्णभक्ति में लीन हो भजन गाए और नृत्य कर खुशी प्रकट की।
भाषा सं जफर खारी
खारी
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Rojgar Mission In UP : युवाओं को बड़ी सौगात देने…
4 hours agoआगरा के युवक ने लखनऊ के होटल में चार बहनों,…
5 hours agoउप्र : अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार दो…
5 hours ago