उत्तर प्रदेश: बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में बहराइच के दो युवकों का नाम सामने आया |

उत्तर प्रदेश: बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में बहराइच के दो युवकों का नाम सामने आया

उत्तर प्रदेश: बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में बहराइच के दो युवकों का नाम सामने आया

:   Modified Date:  October 13, 2024 / 04:57 PM IST, Published Date : October 13, 2024/4:57 pm IST

बहराइच,13 अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के रहने वाले दो युवकों का नाम सामने आया है। पुलिस की एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

बाबा सिद्दीकी (66) को मुंबई में बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर शनिवार रात को तीन लोगों ने गोली मार दी थी।

उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बहराइच की पुलिस अधीक्षक (एसपी) वृंदा शुक्ला ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में जिन आरोपियों के नाम सामने आए उनमें से दो आरोपी धर्मराज कश्यप (19) व शिव कुमार उर्फ शिवा गौतम (20) बहराइच जिले के कैसरगंज थाना क्षेत्र के गंडारा गांव के रहने वाले हैं।

उन्होंने बताया कि परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों युवक महाराष्ट्र के पुणे शहर में भंगार की एक दुकान पर काम करते थे।

अधिकारी ने बताया कि आरोपियों का बहराइच में कोई अपराधिक इतिहास नहीं है लेकिन फिर भी एहतियातन पुलिस दोनों युवकों के विषय में जानकारी जुटा रही है।

अधिकारी ने बताया कि दोनों ही सामान्य परिवार से हैं और उनके परिवार से यह जानने की कोशिश की जा रही है कि इस घटना के बारे में उनके पास कोई जानकारी है या नहीं।

कैसरगंज के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनिल कुमार सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि शिवकुमार उर्फ शिवा कुछ साल पहले मजदूरी करने महाराष्ट्र गया था और इस साल अप्रैल में उसने अपने पड़ोसी धर्मराज को भी साथ में काम करने के लिए बुला लिया था।

शिवा का पिता बालकृष्ण यहां दिहाड़ी पर राज मिस्त्री का काम करता है।

अधिकारी ने बताया कि दूसरा आरोपी धर्मराज कश्यप भी इसी गांव का रहने वाला है और उसके पिता राधेश्याम मछली बेचने का काम करते हैं।

शिवा की मां सुमन ने कहा, “मेरा बेटा शिवा ऐसा नहीं था। यहां से तो वह पुणे (महाराष्ट्र) में हरीश की भंगार दुकान पर काम करने गया था। उसका किसी अपराधिक गिरोह से नाता है ऐसा तो हम सोच भी नहीं सकते। यहां भी उसका कभी किसी से कोई झगड़ा नहीं हुआ था।”

उन्होंने कहा कि अंतिम बार करीब आठ-नौ दिन पहले भी उसका (शिवा) फोन आया था और आज सुबह जब से यह खबर मिली है तब से मेरी हालत खराब है।

वहीं धर्मराज की मां कुसमा ने कहा,“मेरे पांच बेटे हैं, जिनमें धर्मराज सबसे छोटा है। कुछ महीने पहले कबाड़ का काम करने पुणे गया था। सुबह जब हमारे घर पुलिस आई तब हमें पता चला है कि मेरा बेटा किसी मामले में फंसा है।”

गंडारा ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हसनैन कमाल ने बताया, “ हमें आज (रविवार) सुबह ही मालूम हुआ कि बाबा सिद्दीकी की हत्या में गांव के दो लड़कों का नाम आ रहा है। उनके बारे में हम इतना जानते हैं कि वह मजदूरी करने बाहर गये थे। यहां उनके खिलाफ कोई मामला नहीं है। वो किसी साजिश का भी शिकार हो सकते हैं। पुलिस जांच कर रही है और जांच के बाद ही वास्तविकता पता चलेगी।”

भाषा सं आनन्द जितेंद्र

जितेंद्र

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)