मुरादाबाद (उप्र), दो जनवरी (भाषा) गोकशी के आरोपी 30 वर्षीय एक युवक को 30 दिसंबर को भीड़ ने बुरी तरह से पीटा जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, 30 दिसंबर की रात एक अस्पताल में इलाज के दौरान शाहिदीन (30) की मौत हो गई। वह गुलशहीद थानाक्षेत्र के असलत पुरा का रहने वाला था और उसे मझोला थाना क्षेत्र में मझोला मंडी समिति परिसर में भीड़ ने गोकशी के संदेह में कथित तौर पर पकड़ लिया था।
गोकशी के आरोप से आक्रोशित भीड़ ने उसे पुलिस को सौंपने से पहले बुरी तरह से पीटा था। घायल स्थिति में उसे एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां गंभीर चोट के चलते उसकी स्थिति बिगड़ गई।
पुलिस के अनुसार, शाहिदीन ने 30 और 31 दिसंबर की दरम्यानी रात अस्पताल में दम तोड़ दिया, जहां उसका इलाज चल रहा था।
मझोला के थाना प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी ने कहा, “यह ध्यान देने वाली बात है कि शाहिदीन इस घटना से पहले से गंभीर स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों से जूझ रहा था। उसका पिछले छह महीने से दिल्ली में ‘किडनी’ का इलाज चल रहा था और हाल ही में वह मुरादाबाद लौटा था।”
शाहिदीन के परिजनों ने कहा कि उसका पहले से खराब स्वास्थ्य इस हमले के बाद और बिगड़ गया जिसकी वजह से उसकी असामयिक मृत्यु हो गई।
शाहिदीन का शव 31 दिसंबर को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मुरादाबाद ईदगाह कब्रिस्तान में दफनाया गया।
थाना प्रभारी ने कहा, “शाहिदीन पर हमले में शामिल अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। फिलहाल कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच चल रही है।”
मुरादाबाद से पूर्व सांसद डाक्टर एस टी हसन ने इस घटना की निंदा करते हुए शाहिदीन के लिए न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा, “शाहिदीन दोषी रहा हो या नहीं, भीड़ को कानून अपने हाथ में लेने और किसी को मौत के मुंह में धकेल देने का अधिकार नहीं है। कानून को अपना काम करने देना चाहिए।”
पुलिस ने कहा कि वह शाहिदीन की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी।
भाषा सं राजेंद्र मनीषा राजकुमार
राजकुमार
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