उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शिक्षण व्यवस्था को तकनीक के साथ जोड़ने पर ज़ोर दिया |

उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शिक्षण व्यवस्था को तकनीक के साथ जोड़ने पर ज़ोर दिया

उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शिक्षण व्यवस्था को तकनीक के साथ जोड़ने पर ज़ोर दिया

:   Modified Date:  September 16, 2024 / 07:07 PM IST, Published Date : September 16, 2024/7:07 pm IST

लखनऊ, 16 सितंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शिक्षण व्यवस्था को तकनीक के साथ जोड़ने पर ज़ोर देते हुए सोमवार को कहा कि प्रतिबद्धता, लक्ष्य निर्धारण एवं एक दूसरे के सहयोग से शानदार नतीजे मिलते हैं जिससे परिवर्तन लाया जा सकता है।

पटेल सोमवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के 67 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रही थीं।

राज्यपाल ने वर्तमान युग को विज्ञान एवं तकनीक का युग बताते हुए कहा, ”शिक्षण व्यवस्था को तकनीक के साथ जोड़कर बदलना होगा।”

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय यह प्रयास करे कि विद्यार्थी क्लास रूम शिक्षण के साथ-साथ डिजिटल रूप से भी जुड़ें तथा विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को खेलकूद के लिए प्रोत्साहित करें तथा ऐसे खिलाड़ी तैयार करें जो देश-प्रदेश का शीश गर्व से ऊंचा कर सकें।

उन्होंने विद्यार्थियों के सम्पूर्ण विकास पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे विद्यार्थियों की रचना करें जो न केवल वर्तमान युग बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत का भी वाहक बने।

विश्वविद्यालय की कुलाधिपति ने कहा कि शिक्षण एक महान कार्य है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को ज्ञान प्रदान करता है।

राज्यपाल ने समारोह में उपस्थित लोगों का जलवायु परिवर्तन की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए अधिक से अधिक पौधारोपण, जल संरक्षण और प्रदूषण को कम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत इस क्षेत्र में भी विश्व का नेतृत्व करेगा।

राजभवन से जारी एक सरकारी बयान के अनुसार, समारोह में विद्यार्थियों को कुल 1,06,306 उपाधियां एवं 105 मेधावी छात्रों को 196 पदक प्रदान किए गए। सर्वाधिक 13 पदक शैलजा चौरसिया को प्रदान किए गए, जिनमें 10 स्वर्ण पदक शामिल थे।

इस समारोह में कुलाधिपति ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, अहमदाबाद के निदेशक नीलेश एम. देसाई को मानद उपाधि प्रदान की।

समारोह में राज्यपाल ने उपस्थित सभी उपाधि एवं पदक प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं तथा सर्वाधिक पदक लड़कियों को दिए जाने पर कहा कि इससे यह विश्वास पैदा होता है कि भारत एक दिन विश्वगुरु जरूर बनेगा।

भारतीय कंप्यूटर वैज्ञानिक पद्म-भूषण डॉ. विजय पांडुरंग भातकर मुख्य अतिथि के तौर पर समारोह में शामिल हुए हैं। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी और कुलपति प्रोफेसर आलोक राय ने उपाधि/पदक प्राप्त विद्यार्थियों व उनके माता-पिता को बधाई दी।

भाषा आनन्द नोमान

नोमान

 

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