उप्र : जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुनीं जनता की समस्याएं |

उप्र : जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुनीं जनता की समस्याएं

उप्र : जनता दर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुनीं जनता की समस्याएं

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Modified Date: January 13, 2025 / 12:24 PM IST
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Published Date: January 13, 2025 12:24 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

गोरखपुर, 13 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह यहां गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन में लोगों की समस्याएं सुनीं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जनता की समस्याओं पर पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता से ध्यान देकर उनका त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिपरक निस्तारण कराएं ताकि किसी को भी परेशान न होना पड़े।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन्हें इलाज में सरकार से आर्थिक सहायता की आवश्यकता है तो उनके अस्पताल के खर्चो की प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध कराया जाए।

इस दौरान इलाज के वास्ते आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंची एक महिला को मुख्यमंत्री ने आत्मीय संबल देते हुए कहा कि पीजीआई लखनऊ से खर्चे का अनुमानित ब्योरा मंगवा लीजिए, इलाज का पैसा सरकार देगी।

एक बयान के मुताबिक गोरखपुर प्रवास के दौरान योगी आदित्यनाथ ने सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर के महंत दिग्विजयनाथ सभागार में आयोजित जनता दर्शन में करीब 100 लोगों से मुलाकात की। उन्होंने एक-एक करके उनकी समस्याएं सुनीं और निस्तारण के लिए आश्वस्त करते हुए उनके प्रार्थना पत्र संबंधित अधिकारियों को दिये।

बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने सभी लोगों को आश्वस्त किया कि उनके रहते किसी को भी चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है, हर समस्या का समाधान कराया जाएगा।

इस दौरान योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि संवेदनशील रवैया अपनाते हुए हर पीड़ित की समस्या का समाधान कर उसे संतुष्ट किया जाए और इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कहीं कोई जमीन कब्जा या दबंगई कर रहा हो तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।

गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान योगी आदित्यनाथ की दिनचर्या परंपरागत रही। सोमवार प्रातःकाल गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने, अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर शीश नवाने के बाद वह मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मंदिर की गोशाला में पहुंचे। यहां उन्होंने कुछ समय बिताया और गोसेवा की।

भाषा जफर मनीषा राजकुमार

राजकुमार

 

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