लखनऊ, 15 अक्टूबर (भाषा) भारत निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश की 10 विधानसभा सीट में से नौ सीट पर होने वाले उपचुनाव की मंगलवार को घोषणा कर दी हालांकि अदालत में मामला लंबित होने के कारण अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर मतदान नहीं होगा।
मिल्कीपुर सीट पर चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं होने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
सपा अध्यक्ष और उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर बिना किसी का नाम लिये एक पोस्ट में कहा, “जिसने जंग टाली है, समझो उसने जंग हारी है।”
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को नयी दिल्ली में उत्तर प्रदेश विधानसभा की नौ सीट पर उपचुनाव के लिए कार्यक्रम की घोषणा की। आयोग ने राज्य की मिल्कीपुर सीट के लिए उपचुनाव की घोषणा फिलहाल नहीं की।
कुमार ने इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि अदालत में मामला लंबित होने के कारण इस सीट पर उपचुनाव नहीं कराया जा रहा है।
सपा प्रमुख एवं मैनपुरी जिले के करहल क्षेत्र से विधायक अखिलेश यादव के कन्नौज, मुरादाबाद जिले के कुंदरकी क्षेत्र से सपा विधायक जियाउर्रहमान के संभल, अंबेडकर नगर जिले की कटेहरी विधानसभा सीट से विधायक लालजी वर्मा के अंबेडकरनगर, अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट से सपा विधायक अवधेश प्रसाद के फैजाबाद (अयोध्या) से लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद ये सीट रिक्त हुई हैं।
कानपुर की सीसामऊ सीट से विधायक इरफान सोलंकी को सजा सुनाये जाने की वजह से यह सीट रिक्त हुई।
इसके अलावा बिजनौर जिले की मीरापुर सीट से राष्ट्रीय लोकदल के विधायक चंदन चौहान (बिजनौर), गाजियाबाद सदर से भाजपा विधायक अतुल गर्ग (गाजियाबाद), अलीगढ़ जिले के खैर क्षेत्र से भाजपा विधायक अनूप वाल्मीकि (हाथरस), प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक प्रवीण पटेल (फूलपुर), मिर्जापुर के मझवां क्षेत्र के निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) के विधायक विनोद कुमार बिंद (भदोही) के लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद से विधानसभा की ये सीट रिक्त हुई हैं।
निर्वाचन आयोग द्वारा अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट का कार्यक्रम घोषित नहीं किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने सवालिया निशान लगाया।
भदौरिया ने कहा, ‘‘जब नौ सीट पर चुनाव हो रहे हैं तो मिल्कीपुर सीट पर चुनाव क्यों नहीं हो सकता? राज्य सरकार ने निर्वाचन आयोग को क्या रिपोर्ट दी है? यह स्पष्ट किया जाना चाहिए।’’
वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट से विजयी हुए सपा के अवधेश प्रसाद द्वारा दाखिल किए गए नामांकन में जिस व्यक्ति से नोटरी कराया था, उसका नोटरी का लाइसेंस पांच वर्ष पूर्व निरस्त हो चुका था। इस मामले में दो प्रत्याशियों गोरखनाथ और राममूर्ति ने अदालत में याचिका दाखिल की थी, जिसका अभी तक निस्तारण नहीं किया गया है।
श्रीवास्तव ने कहा कि यह मामला अदालत में लंबित होने के कारण मिल्कीपुर सीट के लिए उप चुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया।
हालांकि कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता मनीष हिंदवी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘अयोध्या में लोकसभा चुनाव भाजपा हार गयी थी और उसकी काफी किरकिरी हुई, इसलिए अयोध्या जिले के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी हारने के डर से चुनाव कार्यक्रम घोषित नहीं किया। बाकी सीट पर भी ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) जीतेगा।’’
निर्वाचन आयोग के अनुसार उत्तर प्रदेश विधानसभा सीट करहल, कुंदरकी, कटेहरी, सीसामऊ, खैर, गाजियाबाद सदर, मीरापुर, मझवा और फूलपुर के लिए 13 नवंबर को मतदान होगा तथा 23 नवंबर को मतों की गिनती होगी।
उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उपरोक्त 10 सीट में से मझवा और कटेहरी को सहयोगी निषाद पार्टी के हिस्से में दे दिया था और बाकी सभी सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। निषाद पार्टी ने मझवा में जीत हासिल की लेकिन कटेहरी में पराजित हो गयी।
वहीं आठ सीट में से भाजपा ने सिर्फ खैर, गाजियाबाद सदर और फूलपुर सीट जीती थीं। वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा) पांच और उस समय उसकी सहयोगी रही राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने एक जीती थी। राष्ट्रीय लोकदल भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है।
सपा ने बुधवार को करहल (मैनपुरी), सीसामऊ (कानपुर नगर), मिल्कीपुर (अयोध्या), कटेहरी (अंबेडकरनगर), फूलपुर (प्रयागराज) और मझवा (मिर्ज़ापुर) सीट पर उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे।
भाषा आनन्द जितेंद्र
जितेंद्र
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